ईआरपी प्रणाली: कसी जाएगी भ्रष्टाचारियों पर नकेल

गाजियाबाद। इआरपी एंटरप्रेन्योर्स रिसोर्स प्लानिंग द्वारा नगर निगम में भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल कसी जाएगी। यह वस्तुत: एक व्यापार प्रणाली मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर है । नगर आयुक्त का यह दृढ़ विश्वास है इसकी सहायता से भ्रष्टाचारियों पर अंकुश लग सकेगा। एम एम ए महेंद्र सिंह तंवर के अनुसार आगामी अप्रैल 2021 से देश में पहली बार यह प्रणाली गाजियाबाद नगर निगम में लागू होने जा रही है । एचपी सिस्टम को लागू करने में 25 लाख का खर्च आएगा। इस सिस्टम के अंतर्गत नगर निगम अपने तमाम संसाधनों की जानकारी एवं उनके रखरखाव की स्थिति की जानकारी एक सॉफ्टवेयर के जरिए करेगा जिसके लिए बार कोड जारी किए जाएंगे । नगर निगम में ठेकेदारों के भुगतान हेतु सिंगल विंडो सिस्टम लागू होगा तथा उनका भुगतान टोकन के जरिए होगा । नगर निगम के बाबू से अब ठेकेदारों को संपर्क करने की आवश्यकता नहीं होगी । उसे अपनी फाइल सिंगल विंडो की खिडक़ी पर बैठे हुए कर्मचारी को ही देनी होगी । 3 दिनों के अंदर ठेकेदार द्वारा जिस कार्य विशेष के भुगतान की मांग की गई है उस कार्य की जांच होगी । जांच में ठेकेदार का कार्य संतोषजनक पाए जाने पर उसका भुगतान कर दिया जाएगा ।