सिडनी टेस्ट मैच ड्रॉ : विहारी और अश्विन ने खेली जुझारू पारी

सिडनी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया। मैच के पांचवें दिन हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन की जुझारू पारी के चलते सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ। एक समय पांच विकेट खोकर हार की तरफ बढ़ रही टीम इंडिया को विहारी और अश्विन की पार्टनरशिप ने ना सिर्फ मैच में बनाए रखा, बल्कि दोनों ने यह भी मुकाबले की अंतिम गेंद तक कोई और विकेट भी नहीं गिरने दिया। इन दोनों से पहले, विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने 97 रनों की आतिशी पारी खेली, जिसके चलते भारतीय टीम की मैच में वापसी हो सकी। सीरीज का चौथा टेस्ट मैच ब्रिसबेन में 15 जनवरी से खेला जाएगा। आइए एक नजर डालते हैं सिडनी टेस्ट मैच की पांच बड़ी बातों पर। हनुमा विहारी की दिलेरी और पंत का विस्फोट। पंत के आउट होने के बाद मैदान पर उतरे हनुमा विहारी के ऊपर मैच बचाने से लेकर खुद को साबित करने तक की जिम्मेदारी उनके कंधे पर थी। पूरी सीरीज में रनों के तरसते नजर आए विहारी को इस पारी में रन नहीं सिर्फ गेंदें खेलने का काम करना था और उन्होंने इस जिम्मेदारी को बखूबी तरीके से निभाया। हनुमा विहारी ने नाबाद 23 रन बनाने के लिए 161 गेंदों का सामना किया और चट्टान की तरह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने खड़े रहे। हनुमा विहारी हेमस्ट्ंिर्ग की इंजरी से भी जूझ रहे थे, लेकिन उन्होंने मैदान ना छोडऩे का फैसला किया और आखिरकार मैच को ड्रॉ कराकर ही दम लिया।