बाइस्कोप जिंदगी : महत्वकांक्षाओं और उनके बिखरने की कहानी

डेस्क। कोरॉना काल के ठीक बाद की अनलॉक अवधि में ‘शैडो फिल्म प्रोडक्शन्स’ के बैनर तले बनी पहली फिल्म ‘बाइस्कोप जिंदगी’ का प्रीमियर और म्यूजक़ि रिलीज का कार्यक्रम अपराह्न शहर के हजरतगंज स्थित एक होटल में आयोजित किया गया,जिसमें फिल्म जगत से जुड़ी हस्तियां और शहर के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम के अंतर्गत सबसे पहले फिल्म के गानों का आडियो रिलीज़ किया गया और इसके बाद फिल्म के प्रीमियर के अंतर्गत फिल्म का प्रदर्शन किया गया । ‘शैडो फिल्म प्रोडक्शन्स’ के सीईओ महेंद्र त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि ‘बाइस्कोप जि़न्दगी’ फिल्म के अधिकांश हिस्से लखनऊ और बाराबंकी के विभिन्न लोकेशन्स् पर शूट किए गए हैं।और मुख्य कलाकारों के छोडक़र ज़्यादातर कलाकारों ने काम किया है।फिल्म कोराना महामारी के बाद,पलायन के कारण उत्पन्न हुई काल्पनिक परिस्थितियो पर केंद्रित है,जिसमें एक लोकनर्तकी की महत्वाकांक्षाओं और उसके सपनों के बिखराव और टूटन को प्रमुखता से उकेरा गया है।
फिल्म की मुख्य भूमिकाओं में पारितोष त्रिपाठी,अंजना सिंह,महेंद्र त्रिपाठी और रूबल जैन हैं।पारितोष इसके पहले धीरज कुमार की फिल्म ‘काशी’ और अनुराग बासु के निर्देशन में बनी फिल्म ‘लूडो’ में नजऱ आ चुके हैं।वे टीवी की दुनिया में टीआरपी मामा के नाम से मशहूर रहे हैं।इल फिल्म में वे पहली बार निगेटिव किरदार में हैं।प्रोडक्शन की ओर से बताया गया कि परितोष फिल्म के बच्चन गोरखपुरी के अपने इस किरदार को बहुत उत्साहित थे।इस किरदार को लेकर उन्होंने कई महीने तक मेहनत की और अपना लुक चेंज किया। प्रख्यात अभिनेत्री अंजना सिंह फिल्म की मुख्य महिला किरदार हैं।और पूरी फिल्म उनके इर्द-गिर्द घूमती है।फिल्म मे सोना का उनका किरदार अत्यंत सशक्त बन पड़ा है।वे अपने किरदार को लेकर बहुत आश्वस्त दिखीं।उनका कहना था कि सोना का किरदार अब तक का उनका सबसे सशक्त किरदार है,जिसमें एक महत्वाकांक्षी स्त्री के जीवन के विभिन्न स्थितियों से गुजरते और जूझते हुए दिखाया गया है।इसके लिए उन्हें लूलिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल,2020 को श्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिल चुका है। फिल्म के एक अन्य मुख्य किरदार महेंद्र त्रिपाठी भी एक चिर-परिचित नाम हैं और वे टीवी पर ‘क्राइम पेट्रोल’ में पुलिस की भूमिका मे लंबे समय से नजर आते रहे हैं।साथ ही वे हिंदी फिल्म तेरी भाभी है पगले सहित कई और रीजनल फिल्मों में भी काम कर चुके है। फिल्म में रूबल जैन ने एक मंदबुद्धि बच्चे का किरदार निभाया है जो अत्यंत प्रभावी और दिलचस्प बन पड़ा है।इसके अतिरिक्त फिल्म में एक दर्जऩ से अधिक स्थानीय कलाकारों ने भी जूनिर्य आर्टिस्ट की भूमिका निभाई है। शैडो फिल्म प्रोडक्शन के मीडिया और मार्केटिंग हेड की ओर से बताया गय़ा कि इस फिल्म को शूट करने में कुल पच्चीस दिन लगे।फिल्म का लेखन और निर्देशन बालेन्दु डी. कौशिक का है। फिल्म के निर्माता महेंद्र त्रिपाठी और ममता दिवेदि है, एवं सनिर्माता एस. अहमद हैऔर संगीत दिया है बृजेश शांडिल्य,प्रांशु झा और तूलिका उपाध्याय ने। फोटोग्राफी मनोज ज़ाला की है। रिलीज़ के पहले ही इस फिल्म को सात अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।