हम किसान कोर्ट के आदेश का आदर करते हैं : नरेश टिकैत

गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत एक विशेष भेंटवार्ता में कहा कि कृषि बिलों पर अब पीछे हटने की बारी हमारी नहीं बल्कि केंद्र सरकार की है । उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि हम तो सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हैं परंतु सरकार नहीं करना चाहती। इस अवसर पर नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार बार-बार किसानों को वार्ता के लिए बुलाती है। किसान भी सार्थक वार्ता की आस लिए सरकार के पास जाते हैं और सरकार उन्हें उलझा कर और चाय पिला कर हर बार वापस कर देती है। अत: अगली बार सरकारी अधिकारी किसानों से वार्ता करने के लिए किसानों के कैंप में आए। चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में ही किसानों के गन्ने के मूल्य अलग हैं । उत्तर प्रदेश में गन्ना मूल्य पर्ची पर कोई मूल्य अंकित नहीं है । इसलिए इन राज्यों के किसानों को पता ही नहीं चल पाता के उनका गन्ना मिलों में किस भाव जा रहा है । तीनों बिलों की वापसी के निर्णय पर नरेश टिकैत ने कहा कि हम आगामी गणतंत्र दिवस पर कोई तोडफ़ोड़ नहीं चाहते । और ना ही यह चाहते हैं कि इस राष्ट्रीय पर्व पर किसानों का नाम कलंकित हो । हम अपने किसानों को समझा लेंगे । परंतु सरकार से हमारी दरख्वास्त है कि आगामी गणतंत्र दिवस के परेड झांकी में चार ट्रैक्टर ट्रॉली शामिल करने की इजाजत हमें दी जाए ताकि झांकी के माध्यम से देश के सामने हम अपनी बात रख सकें ।