दिल्ली परेड पर किसान लेंगे फैसला

गाजियाबाद। ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के उपरांत कोई फैसला लिया जाएगा । इस बीच रविवार को ही गणतंत्र दिवस में परेड को लेकर किसान मोर्चा द्वारा तमाम गणितीय विश्लेषण किया जा चुका है। भारतीय किसान मोर्चा के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक के अनुसार सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद ही मोर्चा गणतंत्र दिवस के परेड के बारे में कोई अंतिम निर्णय लेगा । हालांकि इस बीच मोर्चे की अंतरिम मीटिंग में किसानों की सहभागिता एवं अन्य मुद्दों पर चर्चा हो चुकी है। इस चर्चा में 111 दिवंगत किसानों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के अलावा धरना स्थल पर गांव की लाई गई मिट्टी मैं एक चम्मच घी से अखंड ज्योत जलाने का भी प्रस्ताव है । परेड से बाहर रिंग रोड पर परिक्रमा की जाएगी और इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि परिक्रमा शांति पूर्ण हो। भडक़ाऊ भाषण एवं हिंसक घटनाओं आदि पर पूर्णतया पाबंदी होगी । उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके मोर्चे की मंशा राष्ट्रीय त्योहार गणतंत्र दिवस मैं बाधा पहुंचाना कतई नहीं है । परेड में भाग लेने वाले प्रत्येक वाहन पर राष्ट्रीय झंडा अथवा भारतीय किसान मोर्चे का झंडा तो अवश्य होगा परंतु किसी राजनीतिक पार्टी के झंडे को कोई जगह नहीं दी जाएगी । अपनी सहभागिता बढ़ाने हेतु किसान मोर्चा द्वारा दिल्ली की जनता को भी आमंत्रित किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रत्येक राज्य तथा जिला स्तर पर भी किसान परेड का आयोजन किया जाएगा। किसान परेड में किसान परिवार के आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवार की झांकी सहित 29 राज्य के किसानों की झांकियां भी शामिल रहेगी। धर्मेंद्र मलिक मीडिया प्रभारी भारतीय किसान यूनियन ने आगे बताया कि आंदोलन में बस आदि भेजने लंगर लगाने शहीद किसानों के परिवार को मदद करने पर एनआईए द्वारा उन मदद करने वालों पर मुकदमे कायम किए जा रहे हैं जोकि अत्यंत निंदनीय है।