जिला पंचायत चुनाव में प्रत्याशी रहे व्यक्ति की हत्या

दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। गाजियाबाद जिले के लोनी थाना क्षेत्र में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। लोनी थाना क्षेत्र के कोतवाल पुर गांव में शुक्रवार रात पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहे शिवराज कसाना की उसके घर पर ही कार में सवार होकर आए तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में उसके दामाद सहित तीन आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक कोतवाल पुर गांव में शिवराज कसाना परिवार सहित रहते थे। वर्ष 2013 में वह दिल्ली विकास प्राधिकरण से सेवानिवृत्त हुए थे और उन्होंने वर्ष 2015 में वार्ड नंबर 12 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था लेकिन वह चुनाव हार गए थे। उनके दो पुत्र हैं और तीन पुत्रियां हैं। इनमें पुत्र मनोज कसाना जो कि सीआईएसएफ में है और वर्तमान में उसकी तैनाती दिल्ली में है जबकि दूसरा पुत्र विनोद कसाना खोड़ा नगर पालिका में ठेकेदारी करता है। साथ ही उनकी तीन पुत्रियां भी हैं जो कि सभी विवाहित हैं। मृतक के पुत्र विनोद के अनुसार शुक्रवार रात करीब 3 बजे कार में उसका बहनोई त्रिलोक चंद भाटी निवासी करावल नगर दिल्ली अपने दो साथियों के साथ उनके घर के बाहर गेट पर पहुंचा। उसके पिता को आवाज देकर बाहर बुलाया जैसे ही पिताजी ने गेट खोला इन लोगों ने उन्हें गोली मारी और फरार हो गए। गोली लगते ही वह गेट के पास ही लहूलुहान होकर गिर गए जैसे ही उन्होंने गोलियां चलने की आवाज सुनी सभी परिजन बाहर आ गए और उन्हे नरेंद्र मोहन अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। उधर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले में विनोद ने अपने बहनोई त्रिलोक चंद भाटी व उसके साथियों के विरुद्ध लोनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। परिजनों के अनुसार त्रिलोक चंद भाटी उसकी बहन पिंकी को तंग किया करता था। उधर सीओ अतुल कुमार सोनकर ने बताया कि मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है। परिजनों से हत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है। इस बीच शनिवार शाम 5 बजे शिवराज का दाह संस्कार कर दिया गया। उधर शिवराज के छोटे भाई रतिराम कसाना जो कि जीटीबी अस्पताल में लिफ्ट मैनेजर के पद पर तैनात थे। शनिवार को वह सेवानिवृत्त होने वाले थे मगर बड़े भाई की हत्या ने पूरे घर का माहौल ही बदल दिया। बताते चलें कि लोनी थाना क्षेत्र में अपराधियों का बोलबाला है तथा स्थानीय पुलिस भी अपराधों पर लगाम लगाने में नाकाम रही है।