पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मेडिकल रिपोर्ट विलंब से पेश किए जाने पर रिम्स निदेशक ने शुक्रवार को हाईकोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी। निदेशक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि लालू प्रसाद को कई गंभीर बीमारियां हैं। कुछ बीमारी की जांच भी नियमित करानी है। ऐसे में रिम्स में खास सुविधा नहीं होने के कारण और बेहतर इलाज के लिए उन्हें एम्स भेजा गया है। एम्स भेजने के पहले मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था। मेडिकल बोर्ड की सिफारिश के बाद ही उन्हें एम्स भेजा गया है। लालू प्रसाद के जेल मैनुअल उल्लंघन मामले की सुनवाई के दौरान रिम्स निदेशक की ओर से यह जानकारी हाईकोर्ट को दी गयी। रिपोर्ट देखने के बाद हाईकोर्ट संतुष्ट हुआ और इस मामले की सुनवाई अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दी। सुनवाई के दौरान जेल आईजी की ओर से एसओपी भी पेश की गयी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। लालू प्रसाद जब रिम्स में भर्ती थे उस समय उनके पास कई लोग मुलाकात करने चले आते थे। इसके बाद उन्हें रिम्स निदेशक के बंगले में शिफ्ट कर दिया गया था। बंगले में कई लोगों के पूर्व अनुमति के मुलाकात करने और लालू प्रसाद के फोन से बात करने का मामला प्रकाश में आने के बाद हाईकोर्ट ने जेल प्रशासन और रिम्स निदेशक से रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद जेल प्रशासन ने जेल से बाहर के कैदियों के लिए विशेष नियम ( एसओपी ) तैयार किया।