रामपुर। सपा सरकार में मुख्यमंत्री तक के फैसले पलट देने की हैसियत रखने वाले आजम खां पर मौजूदा सरकार की टेढ़ी नजर कहर ढा रही है। शुक्रवार को 11 अन्य मामलों में उनका नाम आने के बाद उनके खिलाफ दर्ज मामलों का शतक पूरा हो गया। उनके खिलाफ 102 नामजद केस दर्ज हो चुके हैं। वह साल भर से बेटे के साथ सीतापुर की जेल में बंद हैं और पत्नी कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आई हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शुक्रवार को रामपुर में यह तक डाला कि वह देश के इकलौते ऐसे राजनीतिक शख्स होंगे जिनके खिलाफ सौ से अधिक मामले दर्ज हैं। बेटे अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का मामला हो या फिर दो पैनकार्ड का। कोसी की परती भूमि हो या फिर वक्फ की फर्जी डीड बनाकर शत्रु संपत्ति कब्जाने का आरोप…,सूबे में योगी सरकार आते ही पूर्व मंत्री एवं सपा सांसद मोहम्मद आजम खां निशाने पर आ गए। उनकी घेराबंदी इस तरह से की गई कि आजम की दिनोंदिन मुश्किलें बढऩे लगीं। जिसके चलते अब तक उनके खिलाफ सौ से अधिक केस दर्ज हो चुके हैं। रामपुर में ही नहीं उनके खिलाफ मुरादाबाद, बदायूं, लखनऊ में भी मुकदमे दर्ज हैं। मनी लॉड्रिंग में ईडी की जांच जारी है। वहीं, जलनिगम भर्ती घोटाले में भी एसआईटी रिपोर्ट दे चुकी है। गाजियाबाद के हज हाउस निर्माण में भी घेराबंदी की जा रही है।