लखनऊ। आकर्षक योजनाओं का सब्जबाग दिखाकर ठगी करने वाली रियल एस्टेट कंपनियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी नजरें गड़ा दी हैं। उसने जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा लेकर भाग जाने वाली इन फ्रॉड कंपनियों और उनके निदेशकों की परिसंपत्तियां जब्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। फिलहाल ऐसी चार कंपनियां उसके निशाने पर हैं। पिछले दो महीने में ईडी ने इन सभी चार कंपनियों के खिलाफ मनी लांड्रिंग की जांच शुरू की है। ईडी ने मेसर्स शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड की कुल परिसंत्तियों के साथ ही उसके प्रबंध निदेशकों एवं प्रमुख अधिकारियों की निजी संपत्तियों का ब्योरा भी जुटाया है। निवेशकों के साथ हुई ठगी से संबंधित पूरी रकम एक हजार करोड़ से अधिक होने का अनुमान है। कंपनी के निदेशकों एवं अधिकारियों के विरुद्ध लखनऊ व प्रयागराज जिले में 226 मुकदमे दर्ज हैं। मुकदमों में कंपनी के कई अधिकारियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। एमडी राशिद नसीम के बारे में बारे में बताया जाता है कि वह दुबई में है। पता चला है कि सस्ते दामों पर भूखंड देने के नाम पर ठगी करने के अलावा कंपनी ने सस्ते दरों में लक्जरी गाडिय़ां उपलब्ध कराने और वर्चुअल करेंसी (बिटक्वाइन) के नाम पर भी निवेशकों को झांसा दिया है। लगभग 36.54 करोड़ रुपये अवैध तरीके से देश से बाहर भेजने का मामला भी ईडी की जांच में शामिल है।