नई दिल्ली। कोरोना के डबल म्यूटेशन प्रकार 1.617 ने फिर रूप बदल लिया है। वैज्ञानिकों ने इसके पहले से ज्यादा संक्रामक होने की आशंका जाहिर की है। नए स्वरूप के मामले भारत, ब्रिटेन और स्पेन में दर्ज किए गए हैं। सेंटर फॉर सेलुलर एंड मॉलीक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) हैदराबाद के निदेशक राकेश मिश्रा ने बताया कि नया प्रकार 1.617.2 है। इसमें कुछ नए बदलाव नोट किए गए हैं। इनका अध्ययन किया जा रहा है। 617 में दो बड़े म्यूटेशन एल 452क्र तथा ई 484क्त दर्ज किए गए थे, लेकिन अब इसमें से ई 484क्त गायब हो चुका है। लेकिन, दूसरे बदलाव हो चुके हैं। अन्य बदलावों को समझने के लिए अध्ययन किया जा रहा है।
यह पूछने पर कि इस बदलाव से वायरस कमजोर पड़ा है या मजबूत हुआ है? उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह मजबूत हुआ है। इसीलिए ज्यादा तेजी से फैल रहा है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य एजेंसी ने नए स्वरूप को चिंता का विषय कहा है। उन्होंने कहा कि सीसीएमबी में जीनोम सिक्वेंसिंग में नए प्रकार के मामले मिले हैं। उनका गहराई से अध्ययन किया जा रहा है। ब्रिटेन ने डबल म्यूटेशन वैरिएंट के नए स्वरूप को नए सिरे से निर्धारित करते हुए इसे चिह्नित किया है। हालांकि, भारत में इसे 1.617.2 के रूप में जाना जा रहा है। बता दें कि कोरोना वायरस में तेजी से बदलाव आ रहे हैं। दुनिया में अब तक सैकड़ों बदलाव रिकॉर्ड किए गए हैं। हर महीने दो बदलाव वायरस में हो रहे हैं। लेकिन, इनमें से कुछ बदलाव बेहद घातक हैं।
कोरोना ने फिर बदला रूप: पहले से ज्यादा खतरनाक
