श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार की संख्या में गिरावट आई

गाजियाबाद। अभी कुछ दिन पहले की बात है । हिंडन शमशान घाट पर शवदाह के लिए लंबी लाइन लगती थी तथा अपनी बारी आने के लिए कोरोना के मृतक के परिजनों को कई कई घंटे तक इंतजार करना पड़ता था। परंतु पिछले कुछ दिनों से हिंडन शमशान घाट पर आने वाले शब्दों की संख्या में काफी गिरावट दर्ज की गई है । पहले जहां प्रतिदिन औसतन 60 -62 सब यह अंतिम संस्कार के लिए आया करते थे वहीं कोरोना संक्रमण के घटने से अब यहां आने वाले शवों की संख्या घटकर 30-32 ही रह गई है। हालांकि नगर निगम द्वारा हिंडन के अलावा रजापुर गांव, करहेड़ा गांव कथा इंदिरापुरम में भी शवों के दाह संस्कार हेतु जमीन तथा लकडिय़ों आदि का इंतजाम करवाया गया है। ऐसे में अब मृतकों के परिजनों को घंटो तक अपनी बारी आने के लिए प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी । बताया जाता है कि इन जगहों में अंतिम संस्कार का कार्य पहले से ही किया जाता था । परंतु नगर निगम के हस्तक्षेप से अब अंतिम संस्कार का कार्य अधिक सुगमता पूर्वक तथा सुचारू रूप से हो सकेगा। जिस समय कोरोना की दूसरी लहर अपनी चरम सीमा पर थी उस समय पुराना प्रोटोकॉल के तहत प्रतिदिन हिंडन मोक्ष स्थली पर 25-30 शवों का दाह संस्कार किया जा रहा था जिसकी वजह से मृतक के परिजनों को 8 से 10 घंटे तक की प्रतीक्षा करनी पड़ती थी क्योंकि दाह संस्कार हेतु यह प्लेटफार्म खाली नहीं मिला करते थे ।