सेेंट्रल विस्टा परियोजना की फोटोग्राफी पर लगा बैन

नई दिल्ली। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने सेंट्रल विस्टा परियोजना के अगले चरण के दौरान फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के साथ-साथ गैर-जरूरी आगंतुकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। आपको बता दें कि इस चरण में एक कॉमन सचिवाल का काम होना है। विभाग ने कोरोना के प्रकोप से इस निर्माण कार्य में जुटे लोगों को बचाने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनमें इस क्षेत्र में प्रवेश करने वालों के लिए पीपीई किट का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया है। एक टेंडर दस्तावेज के मुताबिक, इस क्षेत्र में प्रवेश करने वाले सभी लोगों द्वारा पीपीई (फेस मास्क, हैंड ग्लव्स और अन्य जो लागू हो) का उपयोग अनिवार्य है। फिर से इस्तेमामल की जाने वाली पीपीई किट को अच्छी तरह से साफ किया जाना चाहिए और दूसरों के साथ साझा नहीं किया जाना चाहिए। साइट पर गैर-जरूरी आगंतुकों (प्रधान कार्यालय के कर्मचारियों, सलाहकारों आदि सहित) पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। साइट पर फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी प्रभारी अभियंता द्वारा पहचाने गए अधिकृत कर्मियों द्वारा की जानी चाहिए। ठेकेदार अनाधिकृत व्यक्तियों को फोटो/वीडियो लेने से दूर रखने के लिए आवश्यक व्यवस्था करेगा।
सेंट्रल विस्टा परियोजना के पहले तीन सामान्य सचिवालय भवनों के लिए 3408 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से निविदा पिछले महीने जारी की गई थी, जिसके लिए बोलियां 15 जून को खुलेंगी। इसने आईजीएनसीए के प्लाट पर बनने वाले तीन भवनों के लिए दो चरणों वाली निविदा प्रक्रिया के लिए तकनीकी बोलियां आमंत्रित कीं, जिन्हें ध्वस्त करने और जामनगर हाउस में एक नए परिसर में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव है। लगभग 70,000 केंद्र सरकार के कर्मचारियों के कार्यालयों के लिए कुल 10 सामान्य सचिवालय भवनों की योजना बनाई गई है।