प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 के शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 शहीद स्मारक समिति द्वारा प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद रमेश चंद तोमर के तत्वाधान में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई, 30 मई वर्ष 1857 में हिंडन के तट पर अंग्रेजों और भारतीय सेना के बीच युद्ध हुआ था जिसमें अनेक भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। शहीद स्मारक समिति द्वारा हर वर्ष 30 मई को यहां श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाता है लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के कारण हुए लोक डाउन को देखते हुए सामाजिक दूरी का पालन करते हुए समिति के सदस्यों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। समिति के अध्यक्ष पंडित रामआसरे शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम 20 वर्षों से लगातार किया जाता रहा है। समिति जीडीए से लगातार मांग करती आई है कि हिंडन नदी के किनारे ऐतिहासिक शहीद स्थल बनाया जाए लेकिन प्रशासन इस पर सुनवाई नहीं कर रहा है। इस अवसर पर समिति के मीडिया प्रभारी डॉक्टर बीके शर्मा हनुमान ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पर मर मिटने वालों का यही बाकी निशा होगा। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों की कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता। समिति के महामंत्री पी एन गर्ग, उपाध्यक्ष देवदत्त त्यागी, अरुण भुल्लन, अनिल डायरेक्टर गन्ना समिति, चांद सिंह प्रधान, एडवोकेट आदित्य शर्मा, विजय शर्मा, मुकेश त्यागी, नूर मोहम्मद, पूरन चंद शर्मा, सहदेव शर्मा, रामबीर पाल, मुकेश गोस्वामी, डॉक्टर संजय कुशवाहा, डॉक्टर मिलन मंडल, डॉ मोहम्मद राशिद, डॉ फरहा, डॉ मनोज नेहवाल, डॉक्टर मनोहर लाल, सपन सिकदर, भूपेंद्र कुमार शर्मा, अनिल कुमार, कृष्ण कुमार, एसके विश्वास, मदनलाल बढ़वार आदि लोगों ने श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का संचालन समिति के मीडिया प्रभारी डॉ बीके शर्मा हनुमान ने किया।