डेस्क। पिछले कई सालों से नक्सल संगठन में काम कर रहे तीन नक्सलियों का संगठन से मोह भंग हो गया। दरअसल छत्तीसगढ़ के सुकमा में तीन नक्सलियों ने पुलिस प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि शासन की पूर्ववास नीति के चलते समाज की मुख्य धारा में शामिल होने के लिए जिला मुख्यालय स्थित पुलिस अधीक्षक कायार्लय में सीआरपीएफ डीआईजी योज्ञान सिंह व एपपी सुनील शर्मा के समक्ष तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
सूत्रों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में एक लाख का इनामी महिला नक्सली कांगेरघाटी एरिया कमेटी महुपदर एलओसी सदस्य देवे भी शामिल है। इसके साथ ही भूमकाल मिलिशिया सदस्य भीमा, और डीएकेएमएस सदस्य गंगा ने आत्मसमर्पण किया। तीनों पिछले कई सालों से नक्सली संगठन के लिए काम कर रहे थे।
सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने कहा कि अब नक्सलीयो का संगठन के प्रति मोहभंग हो रहा है। क्योंकि नक्सल संगठन के बड़े लीडर स्थानीय नक्सलीयो पर अत्याचार कर रहे हैं और उनकी खोखली विचारधारा से तंग आकर और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली सरेंडर कर रहे हैं। आने वाले दिनों में कई नक्सलियों के सरेंडर करने की उम्मीद है. कोरोना बीमारी के चलते भी नक्सलियां का नीचला कैडर परेशान है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों का इलाज करवाने का वादा पुलिस ने किया है।
छत्तीसगढ़: टूट रहे हैं नक्सली संगठन
