तेजस्वी बोले: विपक्ष को नहीं दिया जा रहा बोलने

पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि यह कैसा लोकतंत्र है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को भी बोलने और प्रस्ताव रखने का मौका नहीं दिया जा रहा है। अब यह दिन आ गया है। सोमवार को विधानसभा में खड़े हुए तो प्रस्ताव रखने का मौका नहीं मिला। जबकि प्रस्ताव रखना हमारा अधिकार है। प्रस्ताव रखते तो चर्चा होती। हमने विधानसभा अध्यक्ष को अवगत करा दिया है कि मंगलवार को दो प्रस्ताव रखेंगे, उसकी मंजूरी दें। उन्होंने मौखिक रूप से कहा है कि मौका देंगे। हमको आसन पर भरोसा है कि जो दाग लगा है, उसे धोने का काम होगा।
मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि 23 मार्च बिहार विधानसभा के इतिहास में काला दिवस था। उस दिन विधायकों को पीटा गया था। महिला विधायकों के साथ दुव्र्यवहार किया गया। जबकि कार्रवाई के नाम पर दो सिपाहियों को निलंबित कर आईवाश कर दिया गया। विपक्ष इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। विधायकों को लाखों लोग चुनकर भेजते हैं। अधिकारियों ने जिस तरह से चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ व्यवहार किया, वह निंदनीय है। वैसे अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उस घटना के विरोध में ही विपक्षी विधायक काला मास्क पहनकर सांकेतिक विरोध कर रहे हैं।