संतोष विश्वविद्यालय के संचालक को रिमांड पर लिया

श्यामल मुखर्जी गाजियाबाद । संतोष विश्वविद्यालय के संस्थापक एवं संचालक डॉक्टर संतोष महालिंगम की 12 दिनों की पुलिस रिमांड को समाप्त हो जाने के उपरांत आरोपी को अदालत में पेश किया गया । पुलिस द्वारा आरोपी को बेंगलुरु ले जाने के लिए अदालत से 4 दिनों के अतिरिक्त रिमांड की अनुमति मांगी गई थी। मामले की सुनवाई के उपरांत कोर्ट द्वारा 2 दिनों की रिमांड मंजूर की गई। इसके उपरांत पुलिस टीम तत्काल बेंगलुरु आरोपी को लेकर रवाना हो गई। इस बीच टीम द्वारा गबन में इस्तेमाल किए गए फर्जी कागजात बरामद कर लिए गए । बताते चलें कि महा लिंगम तथा उसके परिवार के सदस्यों द्वारा किए गए 33 करोड़ के घोटाले की जांच किए जाने पर पुलिस टीम द्वारा परत दर परत कई खुलासे किए गए हैं। यहां तक कि इस घोटाले केदार विदेशों से जुड़े होने तक के संकेत मिले हैं । पुलिस टीम द्वारा जांच के दौरान घोटाले में इस्तेमाल हुए कुछ फर्जी कागजात बरामद कर लिए गए हैं । घोटाले में अन्य अभियुक्त पी महा लिंगम, पीएम नारंगम, पुत्री शर्मिला आनंद तथा संतोष ट्रस्ट की संचालिका की डिटेल इमीग्रेशन डिपार्टमेंट को भेजी गई है। इस फर्जीवाड़े के कुछ कागजात तो पुलिस टीम द्वारा अधिक बरामद कर लिए गए हैं परंतु कुछ अभी बेंगलुरु से प्राप्त करने बाकी है । यह मामला पीएम फिनकॉर्प लिमिटेड के डायरेक्टर राजेश गुलाटी द्वारा संतोष ट्रस्ट के पदाधिकारियों के खिलाफ 2 जुलाई को डीएलएफ फेज 3 में शिकायत दर्ज की गई थी।