आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पावर ट्रांसमिशन की मुश्किल

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लखनऊ। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के निर्माण में पावर ट्रांसमिशन लाइन बनी बड़ी बाधा बन गई है। एक्सप्रेस वे के रास्ते से 16 ट्रांसमिशन लाइनों को हटाया जाना है, लेकिन अभी तक सिर्फ चार ही हट सकी है। एक दर्जन रास्ते का रोड़ा बनी हुई है। उप्र के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते कहा है कि उप्र पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन द्वारा ट्रांसमिशन लाइन शिफ्टिंग कार्य की धीमी गति से निर्माण कार्यों में विलम्ब होने पर जिम्मेदारी नियत कर कड़ी कार्रवाई की जाये। उन्होंने कहा कि यूपीपीटीसीएल द्वारा 16 ट्रांसमिशन लाइनों की शिफ्टिंग का कार्य कराया जाना है जिसमें से मात्र 04 ट्रांसमिशन लाइनें ही अभी तक शिफ्ट कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि अवशेष ट्रांसमिशन लाइनों की शिफ्टिंग का कार्य प्रत्येक दशा में यथाशीघ्र सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि यूपीडा के सुझाव के अनुसार जहां-जहां एचटी लाइनों को ऊंचा करने से निर्माण कार्यों में आ रहे अवरोध को दूर करना सम्भव हो वहां एचटी लाइनों को ऊंचा करने की कार्यवाही प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में से है जिसे निर्धारित अवधि में पूरा कराने की जिम्मेदारी सभी सम्बन्धित विभागों की है। मुख्य सचिव ने कहा कि फिरोजाबाद से इटावा मार्ग पर ग्राम गुढ़ा एवं ग्राम मूँज पर निर्मित होने वाले दोनों आरओबी में कार्य प्रारम्भ कराने हेतु रेलवे विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर शीघ्र अनुमोदन प्राप्त किया जाये। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र फतेहगंज, लखनऊ एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उन्नाव की कालोनी की शिफ्टिंग तथा अवस्थित स्वास्थ्य उपकेन्द्र-दींग ब्लाक-ताखा, जनपद इटावा के भवन के पुनर्निर्माण हेतु निर्गत धनराशि के अतिरिक्त आवश्यकतानुसार अवशेष धनराशि यथाशीघ्र निर्गत कराना सुनिश्चित किया जाये ताकि भवन शिफ्टिंग एवं पुनर्निर्माण का कार्य प्राथमिकता से सुुनिश्चित हो सके। मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा नवनीत सहगल ने बताया कि भूमि कार्य का लगभग 43 प्रतिशत पूर्ण एवं ढांचे से सम्बन्धित 51 प्रतिशत कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि मुख्य 13 पुलों में से गंगा और यमुना पुल सहित 07 पुलों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि 54 छोटे पुलों में से 07 का निर्माण कार्य तथा 08 फ्लाईओवर/इन्टरचेंज में से 06 का निर्माण कार्य प्रगति पर है।