फिर एक कोतवाली पर पुती कालिख

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योगेश श्रीवास्तव
लखनऊ। नहीं सुधर रही सूबे की पुलिस और न ही पिछली घटनाओं से कोई सबक ले रही है। बेलगाम पुलिसिया कार्यशैली का एक और कारनामा सामने आ गया। दस जून 2011 को लखीमपुर खीरी के निघासन थाना परिसर में मासूम सोनम की रेप के बाद हत्याकर सिपाही विनय सिंह ने उसकी लाश को थाना परिसर में ही पेड़ से लटका दिया। इसका राजफाश होने पर दूसरे दिन एसओ समेत 11 पुलिसकर्मी निलंबित हुए थे। निघासन थाने पर लगी कालिख मिट भी नहीं पाई थी कि लखीमपुर से सटे जिले सीतापुर के महमूदाबाद कोतवाली की दीवार में भी कालिख पुत गई। कोतवाली में एक 18 वर्षीय युवती का शव कोतवाली के शौचालय में लटका मिलने से एक बार फिर वर्दी पर दागदार और पुलिस महकमा शर्मसार हो गया। युवती के घरवालों का आरोप है कि उनकी बेटी की आबरू लूटने के बाद पुलिसकर्मियों ने हत्या कर उसका शव शौचालय में लटका दिया है। युवती के शव मिलने की खबर मिलते ही मानो पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया और नाराज स्थनीय लोगों का गुस्सा फुट पड़ा। आरोपी पुलिसकर्मियों की हैवानियत का शिकार हुई बेटी की दशा देख मकबूल अहमद के दिल में डर नहीं, बल्कि उनका एक ही सवाल है कि गुनाहगारों को सजा मिले। घटना की सूचना मिलते ही आईजी जकी अहमद घटनास्थल पर पहुंचे
सीतापुर जिले के महमूदाबाद कस्बा निवासी मकबूल अहमद की 18 वर्षीय बेटी जीनत घर से निकली लेकिन उसे नहीं पता था कि जो श स उसकी हिफाजत के लिए पुलिसकर्मियों की मदद ले रहा है और वहीं उसकी जान के दुश्मन बन जायेगें। घटनाक्रम के अनुसार स्टैट बैंक के सामने मौजूद पुलिसकर्मी ब्र हदेव चौहान और होमगार्ड युवती को लेकर कोतवाली गये। बताया गया कि कोतवाली परिसर में बने शौचालय देर तक नहीं निकली तो वहां पर मौजूद चौकीदार ने उसे आवाज दी, लेकिन जवाब नहीं मिला। कुछ देर बाद पता चला कि युवती का शव शौचालय में फांसी के फंदे से झूल रहा है। इस मामले की खबर मिलते ही घरवालों के होश उड़ गये और आनन-फानन में कोतवाली पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ दुराचार कर उसका शव को शौचालय में लटका दिया गया है। पुलिस इसे आत्महत्या करार दिया। पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट स्थिति स्पष्टï हो पाएगी। सरकार के दावों के बावजूद महिला उत्पीडऩ की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही। सीतापुर की ही तरह वर्ष 2011 में निघासन में हुई वारदात पर गौर करें तो थाना परिसर में ही पुलिसकर्मियो ने सोनम की हत्याकर लाश को परिसर में पेड़ से लटका दी थी। इस घटना को भी पुलिस खुदकुशी करार देने में जुटी थी,दोबारा पोस्टमार्टम होने के बाद सच सामने आया कि सोनम फांसी नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई थी।