श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। फर्जीवाड़े के द्वारा फर्म बनाकर आईटीसी अर्थात इनपुट टैक्स क्रेडिट में गड़बड़झाला करने के आरोप में आरोपी हृदेश को पांच करो रुपए के गड़बड़ झाले के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। टैक्स में हेराफेरी के आरोप में गिरफ्तारी से बचने के लिए आरो के निर्देश द्वारा बीमार होने का नाटक किया गया। पर उसकी यह चालबाजी काम ना आ सकी । आरोपी केंद्रीय जीएसटी टीम की आंखों में धूल झोंकने के उद्देश्य से अस्पताल में भर्ती हो गया परंतु उसके यह तिकड़म काम ना आई और संदेह होने पर जीएसटी टीम ने उसकी स्वास्थ्य जांच करवा कर सच्चाई का पता लगा लिया। जैसे ही डॉक्टर द्वारा उसका रक्तचाप सामान्य बताया गया, जीएसटी टीम ने आरोपी को धर दबोचा। सूत्रों के अनुसार नेहरू नगर थर्ड में सोमवार की सुबह प्रदेश के घर जीएसटी टीम के पहुंचने पर सबसे पहले तो उसने धौंस दिखाते हुए उनसे वारंट दिखाने को कहा। टीम द्वारा वर्णन दिखाए जाने पर आरोपी ने उनसे सबूत मांगे। इस पर अधिकारियों द्वारा उसके समक्ष साक्ष्य भी प्रस्तुत किए गए। लगभग 2 घंटे व्यतीत हो जाने के बाद अपने ऊपर देश की टीम का शिकंजा कसता देख अचानक आरोपी ने अपना पैंतरा बदला तथा अचानक तबीयत बिगड़ जाने का नाटक करने लगा । पर अंतत: उसकी एक न चली और उसे जीएसटी टीम द्वारा 5 करोड़ के टैक्स चोरी के आरोप में जेल भेज दिया गया