बस्तर में बीजेपी का चिंतन शिविर: बनेगी रणनीति

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में मंगलवार से अगले तीन दिनों तक चिंतन शिविर आयोजित करेगी।
राज्य के दक्षिण क्षेत्र में भाजपा के इस आयोजन को आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को यहां बताया कि पार्टी बस्तर जिले के जिला मुख्यालय जगदलपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर आयोजित करेगी। भाजपा नेताओं ने बताया कि शिविर मंगलवार शाम लगभग चार बजे शुरू होगा तथा बृहस्पतिवार शाम को इसका समापन होगा। चिंतन शिविर में पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष, राष्ट्रीय महासचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी डी पुरंदेश्वरी, सह प्रभारी नितिन नवीन, राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव (संगठन) शिव प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, राज्य के पार्टी के सभी लोकसभा और राज्यसभा सदस्य, विधायक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रतिनिधि शामिल होंगे। रमन सिंह ने ‘भाषा’ को बताया कि चिंतन शिविर में राज्य में आगामी ढाई वर्ष की कार्य योजना तैयार की जाएगी। इस दौरान छत्तीसगढ़ में पार्टी के आगामी कार्यों को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा। सिंह से जब पूछा गया कि क्या यह वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी की शुरुआत है, तो उन्होंने कहा कि ऐसा कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगले ढाई वर्ष में पार्टी जनता के बीच जाकर राज्य सरकार की असफलता से अवगत कराएगी। बस्तर क्षेत्र में चिंतन शिविर के आयोजन को लेकर उन्होंने कहा कि बस्तर राज्य का बड़ा इलाका है यहां शिविर आयोजित होने से आदिवासी क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा। छत्तीसगढ़ में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने चिंतन शिविर के माध्यम से चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य के 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 14 विधायक हैं। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने बस्तर क्षेत्र की 12 विधानसभा सीटों में से केवल दंतेवाड़ा सीट पर जीत हासिल की थी, लेकिन वर्ष 2019 में नक्सली हमले में दंतेवाड़ा क्षेत्र के विधायक भीमा मंडावी की मृत्यु के बाद हुए उपचुनाव में यह सीट कांग्रेस के पास चली गई थी।