डेस्क। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तालिबान और अफगानिस्तान को लेकर अपनी बात रखी है। पुतिन ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अफगानिस्तान में तालिबान ‘सभ्य’ तरीके से पेश आएगा ताकि दुनिया के देश काबुल के साथ राजनयिक संबंध बनाए रख सकें। उन्होंने साफ़ कहा कि रूस का अफगानिस्तान के विघटन में कोई दिलचस्पी नहीं है क्योंकि अगर ऐसा होता है तो फिर कोई बात करने वाला नहीं रह जाएगा। पुतिन ने कहा है कि तालिबान जितनी जल्दी सभ्य तरीके से लोगों से जुड़ेगा, उतना ही बोलना, संवाद करना, संपर्क करना और सवाल पूछना आसान होगा। रूस तालिबान सरकार को मान्यता देने में कोई जल्दबाजी नहीं कर रहा है लेकिन काबुल में रूस के राजदूत ने कहा है कि मॉस्को अफगानिस्तान में अपना दूतावास बनाए रखेगा।