आगामी विधानसभा चुनाव से पहले रोपवे प्रोजेक्ट होगा शुरू

श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। विधानसभा चुनाव से पहले वैशाली से मोहन नगर तक रोपवे का कार्य शुरू करने से जीडीए ने कमर कस ली है । इस संदर्भ में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर ) के बाद अब जीडीए द्वारा प्रोजेक्ट के फंडिंग पैटर्न पर विचार विमर्श प्रारंभ कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार रोपवे के मुख्य फंडिंग पैटर्न में से कुल लागत तीस 60त्न की हिस्सेदारी प्राइवेट एजेंसी की होगी। जीडीए द्वारा प्राइवेट एजेंसी को आगामी 20 वर्षों के लिए रोपवे के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। रोपवे की वर्तमान में तैयार की गई डीपीआर में दूसरे फंडिंग पैटर्न में पूरा खर्चा सरकारी एजेंसियों के ऊपर रखा गया है । परंतु जीडीए की जर्जर आर्थिक स्थिति तथा प्रदेश सरकार से फंडिंग की कम उम्मीद को देखते हुए दूसरे फंडिंग पैटर्न को अमल में लाने की संभावना कम है। परंतु इस पैटर्न का फायदा यह होगा कि यदि सरकारी पैटर्न को आगे बढ़ाया जाता है तो रुपए के संचालन से प्राप्त लाभ का हकदार भी जीडीए ही होगा। परंतु वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए प्राइवेट एजेंसी द्वारा की जाने वाली फंडिंग की संभावनाओ पर ही ज्यादा जोर दिया जा रहा है।