भारत-पाक बार्डर: ना मीठा खायेंगे और ना खिलायेंगे

atari
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के जश्न के मौके पर नियत्रंण रेखा पर तैनात भारतीय जवान न तो पाकिस्तान रेंजरों से मिठाई लेंगे और ना ही देंगे। माना जा रहा है कि पंजाब के दीनानगर में हुए आतंकी हमले और जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की तरफ सीजफायर तोडऩे वाले आतंकियों को सपोर्ट किए जाने की वजह से भारत ने यह फैसला किया है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर तैनात जवानों को इस बारे में सूचना दे दी गई कि ना ही मिठाई या गिफ्ट दी जाएंगी और ना ही ली जाएगी। भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था और पाकिस्तान 14 अगस्त को।
ईद पर भारत की ओर से बीएसएफ ने जब अटारी बार्डर पर मिठाई ऑफर की थी, तब पाकिस्तान ने उसे लेने से मना कर दिया था। खास मौकों पर दी जाती है मिठाई बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स की तरफ से अपने-अपने खास मौकों जैसे कि आजादी दिवस, भारत के गणतंत्र दिवस, होली, दीवाली और पाक के ईद आदि के मौके पर एक-दूसरे को मिठाई देने की परंपरा रही है। जुलाई में पाकिस्तान द्वारा 19 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया जिसमें तीन सैनिकों समेत चार लोगों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए।