प्रशासन का आदेश तक पर: देर रात तक जमकर हुई आतिशबाजी

श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद । प्रशासन की सख्त मनाही के बावजूद दिवाली की रात पटाखों के धूम-धड़ाके और शोर-शराबे से सारा शहर गूंजता रहा। इधर प्रशासन भी आदेश पारित कर गहरी नींद सो गया। आदेश को अमल में लाने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई भी कार्यवाही नहीं की गई । फल स्वरूप रात भर चलने वाले पटाखों के कारण सारा शहर धुआ धुआ हो गया । आलम यह था कि रात 3:00 बजे के बाद जनपद की हवा सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई। दिवाली की रात से लगातार पटाखों के छोड़े जाने तथा बायोमास प्रदूषक ओं की वजह से वर्तमान में जनपद की हवा चिंताजनक रूप से खराब स्तर पर पहुंच चुकी है । आने वाले 10 दिनों तक बारिश के आसार भी नजर नहीं आते । बारिश होने पर प्रदूषण का स्तर अपने आप कम हो जाता है। परंतु आने वाले दिनों में बारिश होने की संभावना कम होने के कारण हवा की गुणवत्ता के सुधरने के आसार बहुत क्षीण है। इस वक्त गाजियाबाद के सभी सरकारी तथा निजी अस्पतालों में सिर दर्द आंखों में जलन तथा त्वचा की शिकायतों वाले मरीजों की भरमार लग गई है । सभी से मास्क तथा चश्मे का इस्तेमाल करने की बात चिकित्सकों द्वारा कही गई है। साथ ही त्वचा से संबंधित शिकायतों के निदान के लिए दिन में दो बार नहाने को कहा गया है।