यूपी गेट पर आंदोलनरत किसानों को हटाने के लिए धरना प्रदर्शन

श्यामल मुखर्जी, साहिबाबाद। हिंडन पार के कौशांबी क्षेत्र में रिटायर्ड अधिकारियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि बिल वापस लिए जाने की घोषणा के तुरंत बाद यूपी गेट आंदोलन कर रहे किसानोंद्वारा आंदोलन स्थल खाली कराए जाने की मांग को लेकर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया । प्रदर्शन कर रहे लोगों का यह आरोप था कि आंदोलनरत किसानों की वजह से कौशांबी की सुरक्षा तथा आंतरिक व्यवस्था चरमराई हुई है। किसान आंदोलन की वजह से 18000 की आबादी वाले कौशांबी की आंतरिक सडक़ों से रोजाना लगभग 70 से 75हजार वाहन गुजरते हैं। जिसकी वजह से कौशांबी के निवासियों को भारी प्रदूषण तथा जाम के अलावा सुरक्षा की अनियमितताओं का भी सामना करना पड़ रहा है । शनिवार की सुबह ही सांकेतिक धरना प्रदर्शन के उद्देश्य से केंद्र एवं राज्य सरकार के सेवानिवृत्त कर्मचारी गण नंदा पर एकत्रित हो गए। उसके बाद सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक सांकेतिक धरना देते हुए वे वही एकजुट होकर कुर्सियों पर बैठे रहे।सांकेतिक धरने में बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम के चेयरमैनके पद से सेवानिवृत्त बीसी रस्तोगी, डॉ स्नेह लता विनय मित्तल आदि मौजूद रहे।