जीडीए उपाध्यक्ष के पास पहुंची रेड मॉल की फाइल

श्यामल मुखर्जी गाजियाबाद। लंबे समय से लंबित पड़े रेड मॉल की 55000 वर्ग मीटर भूखंड की नीलामी की फाइल अब संपत्ति विभाग के अधिकारियों तैयार किए जाने के बाद जीडीए वीसी के पास पहुंच चुकी है। रेड मॉल का भविष्य अब जीडीए के अनापत्ति प्रमाण पत्र पर टिका है । नीलामी हेतु एनओसी प्राप्त होने के बाद इस संपत्ति की नीलामी की तारीख तय की जाएगी। बताते चलें कि जीडीए द्वारा वर्ष 2006 में गाजियाबाद में बस अड्डे के पास 55000 वर्ग मीटर जमीन की नीलामी की गई थी। इस भूखंड को नीलामी में मै. वृद्धि मर्चेंट द्वारा 100 करोड़ रुपए की धनराशि देकर खरीदी गई थी। जीडीए के सूत्रों के अनुसार 25त्न रकम नीलामी के वक्त जमा करा दी गई थी तथा शेष 75त्न रकम किस्तों में जमा की जानी थी। परंतु 2 साल बाद 2008 में फर्म संचालकों द्वारा फर्म का नाम बदलकर सेलिब्रेशन सिटी रख दिया गया तथा इसमें कई फेरबदल भी किए गए। इस बीच बकाया रकम न चुकाए जाने पर जीडीए द्वार फॉर्म को आरसी जारी जारी किया गया। उस समय तक बकाया धनराशि ब्याज के साथ 150 करो रुपए की हो चुकी थी । जीडीए द्वारा बकाया रकम न चुकाए जाने पर 2017 में फॉर्म के नाम नोटिस जारी किया गया। इसके बाद फर्म के 2 डायरेक्टर राकेश जैन तथा संजीव आनंद को गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी गिरफ्तारी के बाद 40 करोड़ रुपए फॉर्म द्वारा जीडीए को जमा करवा दिए गएतथा यह आश्वासन दिया गया कि बकाया रकम का भी भुगतान कर दिया जाएगा । परंतु इसके बाद फिर फॉर्म द्वारा पैसा नहीं जमा करवाया गया । अब जीडीए को फर्म के डायरेक्टरों की जानकारी भी नहीं प्राप्त हो रही है। यही कारण है कि अंतत: इस भूखंड की नीलामी करने की योजना जीडीए द्वारा बनाई गई है।