इलेक्ट्रिक बसें तो आ गई: चार्जिंग स्टेशन नदारद

श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। लंबी प्रतीक्षा के बाद आखिरकार जनपद को पांच इलेक्ट्रिक बसों की सौगात तो मिल गई परंतु इन बसों को चार्ज करने के लिए स्टेशन तैयार नहीं हो सके। जनपद में आने के बाद बसें अकबरपुर बहरामपुर बस डिपो में खड़ी है। सूत्रों के अनुसार बहुत जल्द भी किया गया तो सर्विस स्टेशन बनने में अभी और 10 से 15 दिनों का समय लग सकता है । एक बिजली की आवश्यकता अधिक होने के कारण पहले से ही लगे हुए कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मर को वापस भेज दिया गया हैऔर अब 33 केवीए के दो नए ट्रांसफार्मर मंगवाए गए हैं। यानी कुल मिलाकर अभी बसों के लिए जनपद वासियों को और इंतजार करना पड़ेगा । शासन द्वारा पिछले अक्टूबर महीने में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की घोषणा कर दी गई थी। परंतु तीन बार तारीख के बदलने के बावजूद बसों का संचालन तब तक नहीं हो सका है । अंत में आचार संहिता लगने के ठीक 4 दिन पहले शासन द्वारा पांच इलेक्ट्रिक बसें 5 जनवरी को जनपद में भेज दी गई। और तो और माननीय तथा अधिकारियों द्वारा विधिवत इन बसों को हरी झंडी दिखाकर सडक़ पर उतार भी दिया गया। परंतु 7 दिनों के बीत जाने के उपरांत भी इन बसों का संचालन अभी तक शुरू नहीं हो सका। जल्दबाजी में की गई आधी अधूरी तैयारियों की वजह से यह पांच इलेक्ट्रिक बसें महज शोपीस बनकर डिपो में खड़ी खड़ी है।