प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देश के हर कोने तक पहुंचाने में जुटी विहिप, 100 करोड़ लोगों को जोड़ेगी,12 करोड़ परिवारों को देगी अयोध्या आकर श्रीरामलला के दर्शन का न्यौता,

लखनऊ दिसंबर। श्रीरामोत्सव-2024 दुनिया का सबसे बड़ा संस्कृतिक समारोह होने जा रहा है। जिसमें देश के 100 करोड़ लोग सीधे या परोक्ष रूप से शामिल होगें। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देश के हर कोने तक पहुंचाने में जुटी विश्व हिन्दू परिषद 1 जनवरी से 15 जनवरी तक के 15 दिनों में देश भर में 12 करोड़ परिवारों को श्रीराम जन्मभूमि पर पूजित अक्षत (चावल) पहुंचा कर उन्हे जोड़ेगी,और अयोध्या पहुंच कर श्रीरामलला के दर्शन करने का निवेदन करेगी।
इसके साथ 22 जनवरी को देश के पांच लाख गांवों के मंदिरों, धार्मिक या सार्वजनिक स्थलों पर आयोजन करेगी। जिसमें प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण देखा जाएगा। इन स्थानों पर इसके साथ कोई न कोई धार्मिक कार्यक्रम व भोज का आयोजन भी होगा। जिसमें गांव के सभी निवासियों को बुलाया जाएगा। जिससे देश का कोना-कोना ‘राम मय’ होगा।


विहिप के केन्द्रीय मंत्री अंबरीश ने बताया कि, विहिप की कोशिश है कि धर्म, मजहब, पंथ से ऊपर उठ कर, देश के सभी 135 करोड़ निवासी कार्यक्रमों से जुड़ें। 1 जनवरी से 15 दिन के लिए शुरू होने वाले अभियान में कार्यकर्ता, 12 करोड़ परिवारों से सीधे जुड़ेगें। उन्हे भगवान राम का चित्र व अक्षत देकर 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के प्रसारण को सामूहिक रूप से देखने, भजन व भोज करने का निवेदन किया जाएगा। इसके साथ 26 जनवरी के बाद परिवार व मित्रों के साथ अयोध्या पहुंच कर भगवान राम के दर्शन करने का अनुरोध भी किया जाएगा।


उन्होने कहा कि इस जनसंपर्क अभियान में निधि समर्पण अभियान में भागीदारी की है या नही, इसका कोई भेद नही होगा। भगवान राम सबके है, और हम चाहते है कि देश के सूदूर क्षेत्रों के निवासी हो, गांव के हो या शहर के, सभी जुड़ें।
ध्यान रहे इसके पहले 15 जनवरी 2021 से विहिप ने मंदिर निर्माण के लिए 11 करोड़ परिवारों से संपर्क कर उनसे राम मंदिर निर्माण में सहयोग के लिये 10 रुपए, 100 रुपए व 1000 रुपए के कूपन देकर सहयोग राशि जुटाई थी। लाखों लोगों ने ऑन लाइन योगदान भी दिया है।

लोकसभा चुनाव के पहले विहिप के जनसंपर्क का ‘मास्टर प्लान’
2024 के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से जनजन की भागीदारी के लिए विहिप व आरएसएस ने ‘मास्टर प्लान’ तैयार किया है। 12 करोड़ परिवारों से जुड़ाव का गणित सीधा है। विहिप के पदाधिकारियों का दावा है कि, एक परिवार पांच सदस्यों का होता है। माना जा सकता है कि करीब 60 करोड़ लोगों तक सीधा संपर्क होगा। 5 लाख गांवों में 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम मंे शामिल होने वाले लोगों की अनुमानित संख्या 90 करोड़ से अधिक हो जाएगी। ऐसे आयोजन शहरों में मोहल्ले के स्तर पर भी होगें। ध्यान रहे देश में कुल 6.49 लाख गांव है।  
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