ग्रेटर शारदा सहायक समादेश क्षेत्र विकास,हर खेत को पानी और जलवायु परिवर्तन पर विचार गोष्ठी आयोजित,
लखनऊ दिसम्बर । नव वर्ष की पूर्व संध्या पर गोमती रिवर फ्रंट पर ग्रेटर शारदा सहायक समादेश क्षेत्र विकास प्राधिकारी/परियोजना के तत्वावधान में “हर खेत को पानी एवं जलवायु परिवर्तन” विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की गयी। इस मौके पर विभाग के आज सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर पौध रोपण किया गया और गोष्ठी में उपस्थित लोगों को पौधा भेंटकर इसको रोपित करने के साथ ही उसके देखरेख की भी सलाह दी गयी।
इस मौके पर ग्रेटर शारदा सहायक समादेश क्षेत्र विकास प्राधिकारी/परियोजना के प्रशासक डॉ. हीरा लाल ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों के बारे में आज हर किसी का जागरूक होना बहुत जरूरी है । उन्होंने एक सर्वे का हवाला देते हुए कहा कि आज भी 95 फीसद लोग जलवायु परिवर्तन, उसके कारण और नुकसान से अनभिज्ञ हैं, ऐसे में इस तरह की गोष्ठी का आयोजन कर जागरूकता लाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज की सबसे बड़ी जरूरत है कि हम अपने घर और आस-पास पेड़ अवश्य लगायें, इसके साथ ही जल के दुरुपयोग को रोककर प्रकृति के साथ दोस्ती निभाएं। विभाग के अधिकारियों को सलाह दी कि खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए बनने वाली नालियों के बीच खाली स्थान पर वन विभाग और शिक्षा विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर पौध रोपण अवश्य किया जाए। इसके साथ ही प्लास्टिक मुक्त समाज बनाने पर भी ध्यान देने की सलाह दी।
गोष्ठी के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अजय दीप सिंह ने विभाग की इस पहल की सराहना की और कहा कि डॉ. हीरा लाल जब बांदा के जिलाधिकारी थे तब भी जल, जंगल और जमीन को सुरक्षित बनाने पर कई नवप्रयोग किये, जिसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया। अब इस विभाग के माध्यम से भी प्रकृति और जल संरक्षण पर उनका पूरा फोकस है।
इस मौके पर संयुक्त निदेशक संजय त्रिपाठी, अपर आयुक्त राजीव आचार्य, कृषि विशेषज्ञ पवन सिंह, डॉ. गौरीशंकर, वंदना भारती, काव्या, विनय मिश्र, हिमांशु पाण्डेय, सुदर्शन दीक्षित, गो फॉर गोमती के अंकित दीक्षित,सर्वेभ्यो फाउन्डेशन के आलोक आदि ने भी गोष्ठी को संबोधित किया।