अहिल्याबाई होल्कर, धर्म, न्याय और राष्ट्रधर्म का सजीव स्वरूप, 300वीं जयंती पर भाजपा चलाएगी अभियान

लखनऊ मई। भारतीय जनता पार्टी पुण्यश्लोक अहिल्या बाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेगी। राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में बुधवार को आयोजित अभियान की कार्यशाला में प्रदेश के मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह तथा अभियान की राष्ट्रीय सहसंयोजक श्रीमती कविता पाटीदार ने प्रशिक्षण दिया। प्रदेश महामंत्री एवं अभियान के प्रदेश संयोजक संजय राय ने संचालन किया तथा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष व अभियान की सहसंयोजक श्रीमती गीता शाक्य ने लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर के प्रेरक जीवन की चर्चा की। कार्यशाला में प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय प्रभारी, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी, अभियान के जिला संयोजक, जिला मीडिया प्रभारी, जिला सोशल मीडिया संयोजक सम्मिलित रहे।
मुख्यमंत्री योगी ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर को धर्म, न्याय और राष्ट्रधर्म का सजीव स्वरूप बताते हुए कहा कि वे भारतीय सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना की अग्रदूत थीं। उन्होंने विदेशी आक्रांताओं के कालखंड में जिस साहस, भक्ति और समर्पण से काशी से लेकर रामेश्वरम् तक तीर्थस्थलों का पुनरुद्धार कराया, वह भारतीय इतिहास का अद्वितीय अध्याय है। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अहिल्याबाई ने “धर्मों रक्षति रक्षितः” के वैदिक उद्घोष को न केवल जिया, बल्कि उसे मूर्त रूप भी दिया। जब देश विदेशी आक्रांताओं से त्रस्त था, मंदिर विध्वंस किए जा रहे थे, तब अहिल्याबाई ने बिना भय के, बिना किसी राजनीतिक समर्थन के, उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक सनातन धर्म की पुनर्स्थापना का विराट कार्य अपने हाथों में लिया था, आज हमें उनके जीवन से सद्प्रेरणा लेकर देश और सनातन संस्कृति के गौरव की पुनर्स्थापना के लिए पूरे मनोयोग से समर्पित हो जाना चाहिए।
अभियान की राष्ट्रीय सहसंयोजक एवं मुख्य वक्ता श्रीमती कविता पाटीदार ने कहा कि अभियान के माध्यम से लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर की 300वी जयंती पर उनके आचरण और उनके व्यवहार को प्रसारित करने का काम हम सभी करेंगे। सुशासन के दृढ़ संकल्प के साथ राजसत्ता सम्भालने वाली लोकमाता ने शासन को सेवा तथा न्याय का माध्यम माना। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया। अहिल्या बाई ने हमें प्रेरणा दी है कि हमें जीवन का उद्देश्य जनकल्याण के कार्यों में निहित करना है। हमारे ना रहने पर भी हमारी स्मृतियां हमारे पुण्य कर्मों के द्वारा जीवित रहे।
श्रीमती पाटीदार ने कहा कि अभियान के माध्यम से लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर के शौर्य, न्याय, सेवा, त्याग, समर्पण को एक-एक गांव, शहर, गली, मुहल्लों में एक-एक व्यक्ति के मस्तिष्क तक पहुंचाने का काम करना है। ताकि लोग उनसे प्रेरणा लेकर सेवा के मार्ग पर आगे बढ़ा सकें।