याद किये गये सपाई पुरोधा राम शरण दास

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जनसंदेश न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के पूर्व संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष, स्वतंत्रता सेनानी एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता राम शरण दास की 88वीं जयंती पर आज समाजवादी पार्टी कार्यालय में उनके जीवन एवं कृतित्व पर चर्चा की गई। शिवपाल सिंह यादव ने राम शरण दास को अपना गुरू बताते हुए कहा कि वे ईमानदारी और सादगी की मूर्ति थे। उनका पूरा जीवन समाजवादी आंदोलन को समर्पित रहा। उन्हीं की गवाही पर तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती गांधी के विरूद्ध उच्च न्यायालय का फैसला आया था। उन्होने राजधानी लखनऊ में श्री दास की आदमकद मूर्ति लगाने की भी घोषणा की। उन्होने श्री राम शरण दास के साथी और लोहिया जी के साथ तीन बार जेल जा चुके 87वर्षीय बद्री प्रसाद शर्मा को सम्मानित किया। श्री यादव ने कहा कि श्री राम शरण दास 16 साल तक प्रदेश अध्यक्ष रहे। वे गरीबों, किसानों, नौजवानो की मदद में आगे रहते थे। समाजवादी पार्टी की सरकार उनके बताए रास्ते पर ही चल रही है।