सेक्सुअल रिलेशन बनाने में आगे है 14 साल के शहरी बच्चे

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नई दिल्ली। आमतौर भारतीय समाज में सेक्स पर बात करना अपराध जैसा है। घर तो घर स्कूलों में भी सेक्स एजुकेशन दिए जाने को लेकर सरकारें अनाकानी करती हैं। भले ही सरकार का सेक्स एजुकेशन पर कोई स्टैंड तय नहीं हो लेकिन देश के बच्चे कहीं आगे निकल आए हैं। ई-हेल्थकेयर के सर्वे में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। सर्वे के मुताबिक शहरों में रहने वाले बहुत से बच्चे 14 साल की उम्र में ही शारीरिक संबंध बना लेते हैं। यही नहीं कई बच्चे सेक्सुअली ट्रांसमिटिड डिजीज के चपेट में भी आ जाते हैं। पिछले चार सालों में किशोरों में सेक्स डिजीज में 4.9 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई है। इस सर्वे को देश के 8 मेट्रो और 12 शहरों में कराया गया। 13 से 19 साल की उम्र के 15 हजार बच्चों से इंटरव्यू लिया गया। सर्वे में शामिल बच्चों में 8.9 प्रतिशत बच्चों ने माना कि उन्हें एक न एक बार यौन संक्रामक रोग जरूर हुआ है। सर्वे में सबसे चौंकाने वाला आंकड़ा यह है कि लड़कों में शारीरिक संबंध बनाने की औसत आयु 13.72 साल है वहीं लड़कियां में यह 14.09 है। ई-हेल्थकेयर कंपनी मेडीऐंगल्स के एक डॉक्टर के मुताबिक यह चिंताजनक बात है कि टीनएजर्स में 2011-12 की तुलना में सेक्स डिजीज में तकरीबन दोगुने का इजाफा हुआ है। 2006 में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक 15 से 24 साल के यंगस्टर्स में से तमाम ऐसे हैं, जो सेक्सुअल रिलेशन बना लेते हैं। ऐसे यंगस्टर्स में से 15 से 22 फीसदी लड़के थे, जबकि 1 से 6 फीसदी लड़कियों ने किशोर अवस्था में शारीरिक संबंध बना लिए थे।