स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करेंगी मेलिण्डा गेट्स फाउण्डेशन

cm 24 aug 2

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सोमवार को उनके सरकारी आवास पर बिल एण्ड मेलिण्डा गेट्स फाउण्डेशन के कन्ट्री हेड गिरेन्द्र बिहारी ने भेंट की। इस मौके पर प्रदेश सरकार तथा फाउण्डेशन द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में संयुक्त रूप से किए जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। साथ ही आने वाले समय में सहयोग के सम्बन्ध में विचार-विमर्श भी किया गया। श्री बिहारी ने फाउण्डेशन के स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्यों में सहयोग के लिए राज्य सरकार की सराहना करते हुए कहा कि विशाल आबादी वाले राज्य में फाउण्डेशन को स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रदेश सरकार का निरन्तर सहयोग मिल रहा है। इस सेक्टर में उत्तर प्रदेश की सफलता की दर भी अच्छी है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा तय किए गए लक्ष्यों को हासिल करने में फाउण्डेशन अपना पूरा सहयोग प्रदान करता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में फाउण्डेशन को हर सम्भव सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कृतसंकल्प है। 108 समाजवादी स्वास्थ्य सेवा तथा 102 नेशनल एम्बुलेन्स सर्विस काफी लोकप्रिय हैं। ये सेवाएं आपातकालीन चिकित्सा तथा मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सम्बन्धी चुनौतियों के समाधान के लिए प्रभावी प्रयास कर रही है। इसके तहत, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण, नियमित टीकाकरण, नई जीवन रक्षक वैक्सीन के जरिए बच्चों की स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोत्तरी, बच्चों में कुपोषण की समस्याओं का निदान तथा जनसंख्या वृद्धि से निपटने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। राज्य सरकार संक्रामक बीमारियों जैसे टीबी, कुछ खास क्षेत्रों में जापानी इंसेफ्लाइटिस, एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिण्ड्रोम जैसी बीमारियों से निपटने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार तथा फाउण्डेशन के बीच एक सहमति पत्र (एमओयू) हस्ताक्षरित किया गया था, जिसके तहत यह संस्था मातृ एवं नवजात शिशु तथा बच्चों की स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाओं, टीकाकरण सहित स्वास्थ्य एवं कृषि सम्बन्धी विभिन्न कार्यक्रमों में राज्य सरकार को तकनीकी, प्रबन्धकीय तथा कार्यक्रम डिजाइन में सहयोग प्रदान कर रही है। यह परियोजना नवम्बर 2013 से शुरु हुई जो अक्टूबर, 2016 तक चलेगी।