करें यह योगासन पायें कब्ज और उदर रोगों से छुटकारा

balkrishna
आचार्य बालकृष्ण पतंजलि योगपीठ हरिद्वार। योगासन व प्राणायाम सिर्फ कठिन क्रियायें नही है। इन आसनों को सुबह-सुबह अखबार पढ़ते हुए या चाय के इंतजार के दौरान कर सकते है, व्यस्तता और समय के अभाव में इसमें ज्यादा समय भी लगाने की जरूरत नही होती है। क्योंकि कुछ न करने से कुछ करते रहना शरीर को स्फूर्ति देने और स्वस्थ्य रखने के लिए अच्छा है। ध्यान रखें प्राणायाम और आसनों को चाय-काफी पीते हुए नहीं कर सकते। उसके पहले या बाद में करें। इसमें ऐसे कई आसन है जो सुबह-सुबह सामान्य तौर पर शौच व दैनिक क्रिया से निवृत्त होकर कर सकते है। यहां तक कि यदि आप को कब्ज है तो उसे भी दुरूस्त करने के लिए आसन है, जिनसे कब्ज और उदर रोगों से मुक्ति मिलती है। शौच में लगने वाले समय को आप प्राणायाम और आसनों से कम कर सकते है। यह लंबी उम्र और शरीर को ऊर्जावान बनाये रखने का सबसे बेहतर तरीका है।
प्राणायाम और आसनों से पेट के तमाम रोगों और कब्ज से मुक्ति मिल जाती है। सुबह उठते ही कब्ज के पीडि़तों को गुनगुना पानी पीना चाहिए। आप सोफे या आराम कुर्सी पर बैठे है तो पदमासन,सिद्धासन या सुखासन में बैठ सकते है। इससे शरीर स्थिर, तनाव कम होता है दिन भर मन शांत रहता है। बैठे-बैठे दो मिनट भस्त्रिका प्राणयाम करें। भस्त्रिका करने से स्फूर्ति के साथ एलर्जी की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही कपालभाति को बैठे-बैठे कर सकते है। कपाल भाति करने से आंते, बड़ी आंते, छोटी आंते, लीवर, फेफड़े और हृदय मजबूत होते है, अस्थमा व कफ के रोगियों को लाभ होता है। शरीर को ज्यादा आक्सीजन मिलने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कब्ज से मुक्ति मिलते है। यह है तो इसे आम धीरे-धीरे आधे घंटे तक कर सकते है। आप अनुलोम विलोम कर सकते है। अनुलोम विलोम से शरीर का नर्वस सिस्टम दुरूस्त होता है। स्फूर्ति मिलती है। भ्रामरी करने से ब्लडप्रेशर कम होता है, इसे भी आप सुबह बिना किसी विशेष प्रयास के कर सकते है। आप सोफे, कुर्सी या कहीं पर भी बैठे हो प्राणयाम के इन तरीकों को अजमा सकते है, हां शुरूआत करने के पहले किसी अच्छे जानकार से इन क्रियायाओं को एक -दो बार अच्छे से समझ लें।
आसनों की बात करें तो सुबह अपनी तमाम क्रियाओं के साथ जिन्हे आसानी से कर सकते है उसमें सिद्धासन, उर्धताड़ासन, कटिचक्र आसन, उज्रआसन, संघासन, त्रिक भुजंगासन करना फायदेमंद होगा। एक आसन ऐसा है जिसे आप दिन में कई बार करें तो उसका पेट और पाचन क्रिया मजबूत होती है। यह है वज्रासन। 5 से 7 मिनट तक वज्रासन करने से शरीर में ताकत आने के साथ मांसपेशिया भी ताकतवर होती है। पेट ठीक तो सब ठीक, इसलिए सुबह के समय थोड़ा वक्त निकाल कर आसनों और प्राणायाम को जरूर करें। आसन 8 प्राणायाम करने के पहले एक बार किसी अच्छे जानकार से जरूर समझ लें कि उसकी सही प्रक्रिया क्या है।