श्रीनगर। स्पेशल फोर्स के कमांडर लांस नायक मोहन नाथ गोस्वामी आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। उत्तराखंड के हलद्वानी के इंदिरा नगर के रहने वाले गोस्वामी की की पत्नि और एक सात साल की बेटी है। गोस्वामी ने 11 दिन के भीतर 10 आतंकियों को मार गिराया था और सज्जाद नाम के पाकिस्तानी आतंकी को जिंदा पकडऩे में मदद की थी। नैनीताल के लालकुआं में शनिवार को मोहन गोस्वामी की शवयात्रा निकाली गई। इसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए। उन्होंने पाकिस्तान विरोधी नारे भी लगाए। उधमपुर में डिफेंस स्पोक्सपर्सन कर्नल एसडी गोस्वामी ने कहा, मोहन नाथ गोस्वामी कश्मीर घाटी में बीते 11 दिनों में हुए तीन आतंक विरोधी ऑपरेशंस में सक्रिय तौर पर शामिल थे। इसमें 10 आतंकियों को खत्म किया गया, जबकि एक को जिंदा पकडऩे में कामयाबी मिली। गोस्वामी ने 2002 में सेना के पैराकमांडोज यूनिट में जाने की पहल की थी। कुछ ही दिनों में उन्होंने अपनी यूनिट के सबसे टफ कमांडो होने का रुतबा हासिल किया। गोस्वामी ने अपनी यूनिट की सभी ऑपरेशंस में शामिल होने में दिलचस्पी दिखाई। वह कई कामयाब एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन का हिस्सा रहे। उनके इस ऑपरेशन पर रक्षा मंत्रालय ने भी उनकी तारीफ में बयान जारी किया।