हैकरों का कारनामा: दिल्ली, यूपी, गुजरात में एटीएम से निकाले करोड़ों

hackers
पटना। दो माह में पटना और बेगूसराय के दर्जनों एटीएम को हैक कर करोड़ों की नकदी निकालने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने बताया कि हैकर्स बिहार के बेगूसराय और पटना के 14 एटीएम, यूपी में लखनऊ, गोरखपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, कानपुर, आगरा के करीब 20 एटीएम, गुजरात, सूरत, नासिक, महाराष्ट्र, दिल्ली, पुणे के करीब डेढ़ सौ एटीएम से करोड़ों रुपये निकाल चुके हैं। गिरफ्तार किए गए नौ हैकर्स ने पूछताछ में बताया कि इनका तार देश के सभी राज्यों से जुड़ा है। गिरोह में अभी दर्जन भर अन्य हैकर्स के भी शामिल होने की बात कहीं जा रही है। रूस में भी कई हैकर्स से बातचीत की बात सामने आई है। इनको इसके एवज में रुपये भी भेजे गए थे।
हाईप्रोफाइल हैकर्स के गैंग ने एटीएम हैक की घटना को अंजाम दिया। गुजरात पुलिस के हत्थे चढ़े नौ हैकर्स से पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है। नौ में से पांच हैकर्स कंप्यूटर हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर के जानकार हैं, जबकि अन्य चार एटीएम सिस्टम के मंजे हुए खिलाड़ी। पूछताछ में पता चला है कि इन सबने मिलकर बिहार समेत करीब आधा दर्जन राज्यों के डेढ़ सौ एटीएम से करोड़ों की नकदी पार की है। एटीएम को की-बोर्ड की मदद से जोड़कर कैश को फ्लो कराया जाता था। पूरी घटना को अंजाम देने के लिए बैंक के मुम्बई स्थित कंट्रोल रूम के मुख्य सर्वर को ही हैक कर लिया जाता था।जैसे ही किसी एटीएम में कार्ड डाला जाता है, बैंक के सर्वर से उस कार्ड में लगी मैग्नेटिक चिप पर दर्ज जानकारी मिलाई जाती है। एटीएम में कार्ड डालने से पहले आरोपी नासिक में बैठे हैकर्स से मोबाइल पर जुड़ते थे। वहां से जैसे ही निर्देश मिलता, एटीएम के की-बोर्ड के तार को निकालकर लैपटॉप से जोड़ देते थे। इसके बाद नासिक में बैठे हैकर्स बैंक के मुख्य सर्वर में सेंध लगाकर कार्ड के सभी फीचर्स को एक्टिवेट कर देते थे। इस बीच मशीन के सिस्टम का कनेक्शन अपने लोकल सर्वर पर लेकर बैंक सर्वर से उसका संबंध तोड़ देते थे। मशीन का कनेक्शन लोकल सर्वर पर आते ही महज पांच मिनट में पूरा कैश खाली कर दिया जाता था।