बिजनेसमैनों को मोदी का मंत्र: निवेश करें, जोखिम लें

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक नरमी के बीच अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए शीर्ष मुख्य कार्यकारियों, बैंकरों, अर्थशास्त्रियों और मंत्रियों के साथ बैठक की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जबकि चीन की अर्थव्यवस्था में नरमी, युआन के हाल के अवमूल्यन और अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना से जुड़ी चिंता से वैश्विक बाजार में उठा-पटक का माहौल है। बैठक का विषय था- हाल का वैश्विक घटनाक्रम भारत के लिए अवसर। सीआईआई के अध्यक्ष सुमित मजुमदार ने बैठक के बाद कहा कि मोदी ने उद्योग से कहा कि वह जोखिम ले और निवेश करें। प्रधानमंत्री निवास पर हुई इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली, रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन के अलावा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, बिजली मंत्री पीयूष गोयल और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल हुए।
इस बैठक में जिन उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी, टाटा समूह के प्रमुख सायरस पी मिस्त्री, आदित्य बिड़ला समूह के प्रमुख कुमार मंगलम बिड़ला, भारती एयरटेल के सुनील भारती मित्तल और आईटीसी के प्रमुख वाय सी देवेश्वर शामिल रहे। सरकारी कंपनी गेल इंडिया के अध्यक्ष बी सी त्रिपाठी और बीएचईएल प्रमुख बी प्रसाद राव ,आईसीआईसीआई बैंक की मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर और एसबीआई की अध्यक्ष अरूंधती भट्टाचार्य भी इस बैठक में थीं। बैठक में शामिल हुए अर्थशास्त्रियों-विशेषज्ञों में आदित्य बिड़ला समूह के मुख्य अर्थशास्त्री अजित रानाडे, जेपी मॉर्गन के मुख्य अर्थशास्त्री जहांगीर अजीज और ब्रूकिंग्स इंस्टिट्यूट के सुबीर गोकर्ण भी थे।