विजलेंस की जांच में भी सस्पेंड आईपीएस ठाकुर दोषी

amitabh thakur
लखनऊ। उप्र के लोकायुक्त के बाद, उप्र के सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) ने निलंबित आइजी अमिताभ ठाकुर के खिलाफ जांच में उन्हे दोषी पाया है। विजिलेंस ने अपनी रिपोर्ट सरकार को दे दी है। गुरूवार को विजिलेंस के एडीजी भानु प्रताप सिंह ने बताया कि अमिताभ ठाकुर के मामले की जांच पूरी कर तथ्यों की रिपोर्ट शासन को भेजी गयी है। अब शासन को ही फैसला करना है कि अगली कार्रवाई क्या होगी।
जानकारों का कहना है कि रिपोर्ट के आधार पर सरकार आईजी अमिताभ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की अनुमति दे सकती है। जांच रिपोर्ट में अमिताभ के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति समेत कई महत्वपूर्ण तथ्यों का उल्लेख किया गया है। जांच रिपोर्ट को न्याय विभाग को परीक्षण के लिये भेजा जा रहा है। परीक्षण के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के खिलाफ अमिताभ ठाकुर की धमकी देने की एफआईआर लिखने के लिए तहरीर देने के बाद विजिलेंस जांच में तेजी आयी थी। अमिताभ और उनके परिवारीजन के पास बाराबंकी, लखनऊ और बिहार में कई भूखंड, मकान व अन्य संपत्तियों का ब्यौरा शासन को भेजा गया है। इस बीच उप्र लोकायुक्त ने भी अमिताभ के खिलाफ रिपोर्ट पहले ही शासन को भेज दी है।
ठाकुर ने गुरुवार को भी जांच की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। अमिताभ का कहना है कि उनके परिवार वालों की संपत्ति को उनकी संपत्ति न बताया जाए। अमिताभ का कहना है कि जांच एजेंसी ने उन्हें एक बार भी नहीं बताया कि उन पर कौन सी संपत्ति रखने का आरोप है और उसका आधार क्या है।