नई दिल्ली। कहते हैं कि इस दुनिया में मां-बाप के लिए अपनी औलाद खोने का गम सबसे बड़ा होता है। इसी गम के सताए माता पिता को इतना गहरा सदमा लगा कि उन्होंने आत्महत्या कर ली।
यह दिल दहलाने वाला वाकया है दिल्ली के लाडो सराय का। 7 साल के बेटे की मौत से गमजदा एक मां-बाप ने चार मंजिली इमारत से कूदकर मौत को गले लगा लिया। जानकारी मुताबिक कपल लक्ष्मीचंद्र और बबिता ओडिशा के सात साल के बेटे अविनाश की डेंगू था। लक्ष्मीचंद्र और बबिता ने बेटे का इलाज कई अस्पताल में कराया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। एक दिन डेंगू के चलते अविनाश की मौत हो गई। उसी रात एक बजे बच्चे को दफनाने के बाद कपल घर लौटा। रात ढाई बजे के आसपास दोनों की लाशें बगल के सरकारी स्कूल के कम्पाउंड में मिलीं। दोनों को हाथ एक दुपट्टे से बंधा हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस को कपल के शव के पास एख सुसाईड नोट मिला जिसमें लिखा हुआ था कि हमारी मौत के पीछे किसी की कोई गलती नहीं है। यह हमारा फैसला है। पुलिस अब दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज मामलें की जांच में लगी हुई है। पुलिस के मुताबिक लक्ष्मीचंद्र और बबिता अपने बेटे की मौत का गम सहन नहीं कर सके जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली।