दोगुना मंहगा हो गया ताज का दीदार

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आगरा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीन आने वाले राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों में प्रवेश शुल्क तथा फिल्मांकन हेतु लाइसेंस शुल्क और जमानत राशि में भारी बढ़ोतरी की प्रारंभिक अधिसूचना जारी कर दी गई है। कार्यालय अधीक्षण पुरातत्वविद् भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण आगरा ने इस सम्बंध में अधिसूचना जारी करते हुए आगरा जिला प्रशासन को सूचित किया। साथ ही उसने ताजमहल, लालकिला, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्मादौला में इस प्रारंभिक अधिसूचना को सूचना पट पर चस्पा कर दिया है। इस सम्बंध में कोई आपत्ति या सुझाव अधिसूचना जारी होने की तिथि से 45 दिनों के भीतर महानिदेशक, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण नई दिल्ली को प्रेषित किया जा सकता है। इसके बाद एक नवम्बर से नये शुल्क को लागू कर दिया जायेगा।फिलहाल ताजमहल देखने के लिए भारतीय, दक्षेस और बिमस्टेक देशों के नागरिकों को 20 रूपए जबकि अन्य देशों के नागरिकों या विदेशी नागरिकों को 750 रूपए देने होते हैं। प्रवेश शुल्क की राशि का एक हिस्सा पथकर के रूप में आगरा प्रशासन लेता है। नयी दर लागू होने के बाद भारतीय, दक्षेस और बिमस्टेक देशों के नागरिकों को प्रवेश के लिए कुल शुल्क 40 रूपए जबकि अन्य देशों या विदेशी नागरिकों को 1250 रूपए देने होंगे। प्राचीन स्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल और अवशेष (संशोधन) नियम 2015 की राजाज्ञा 31 जुलाई को जारी की गई जिसमें देश के सभी प्राचीन एवं पुरातात्विक महत्व के स्मारकों में प्रवेश शुल्क की वृद्घि के सम्बंध में अधिसूचना संस्तुति मंत्रालय के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा की गयी है। क श्रेणी के स्मारकों के लिए प्रवेश शुल्क भारतीयों के लिए 10 रुपए के स्थान पर 30 रुपए तथा विदेशियों के लिए 250 रूपए के स्थान पर 750 रुपए किया गया है। वहीं ख श्रेणी के स्मारकों के लिए प्रवेश शुल्क भारतीयों के लिए पांच रुपए के स्थान पर 15 रुपए एवं विदेशियों के लिए 100 रुपए के स्थान पर 300 रुपए किया गया है। किसी भी स्मारक में पहले की भांती 15 वर्ष की आयु के बच्चों का प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है।