मोदी के मेक इन इंडिया में किसान-मजदूर के लिए जगह नहीं: राहुल

rahul rally
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में हो रही किसान महारैली में कहा कि कुछ महीने पहले दिल्ली में किसानों के साथ एक बैठक हुई थी। उसमें किसानों ने कहा था कि वो अपनी जमीन नहीं देंगे। मोदी ने वादा किया था कि जब मैं पीएम बनूंगा तो भूमि अधिग्रहण बिल खत्म कर दूंगा। तीन बार अध्यादेश लाए पर वह संसद में पास नहीं हुआ। फिर कुछ दिन पहले उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस पार्टी के भूमि अधिग्रहण बिल को खत्म नहीं करेंगे। ये कांग्रेस पार्टी के लिए और किसानों के लिए खुशखबरी है। कार्यकर्ताओं ने बड़ी लड़ाई लड़ी। राहुल गांधी ने कहा कि मुझसे एक किसान ने कहा, किसानों की दो मां होती है। एक वो जो उसकी अपनी मां होती है जो उसको बड़ा करती है दूसरी होती है जमीन। राहुल जी आप भले न समझें पर जमीन हमारी मां हैं। और मोदी जी हमारी मां को छीन रहे हैं। आप मेरे साथ खड़े हो जाइए। राहुल ने कहा कि इसीलिए कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़ी हुई।
उन्होंने कहा कि कल मैं बिहार गया। वहां भी मैंने किसानों की बात उठाई। मोदी जी ने मन की बात में कहा कि हम कांग्रेस पार्टी के बिल को खत्म नहीं करेंगे। लेकिन मैं जानता हूं मोदी जी को, वो जो करते हैं वो कभी नहीं कहते। उन्होंने अपने मुख्यमंत्रियों से कहा कि जो मैं केंद्र से नहीं कर पाया आप अपने स्तर पर करो। अब वो राज्यों में पास कराना चाहते हैं। मोदी चाहते हैं कि किसान कमजोर हो। अब गन्ना किसानों की परेशानी आने वाली है। प्रधानमंत्री जी आप किसानों से मिलिए, उनका दर्द समझिए। बीजेपी की सरकार के बारे में मैंने बिहार में कल एक चुटकुला बोला, आज फिर बोलना चाहता हूं। ताकि आप ये समझ सकें कि सूट बूट वाली ये सरकार कैसी है। राहुल ने कहा कि ज्ञान किसान के पास होता है, मजदूर के पास ही होता है। लेकिन मोदी जी सिर्फ सूट बूट वालों की बात सुनते हैं। हर रोज नया कपड़ा पहनते हैं। 15 लाख का सूट पहनते हैं। मोदी जी के पास कभी किसान, मजदूर, बिजनेस मैन नहीं दिखेगा। वो सिर्फ मन की बात करेंगे। सरकार के पास खुद अपनी खूब जमीन है। पर वो किसानों की जमीन चाहते हैं। उन्होंने गुजरात के एक क्षेत्र में नाव काटा जाता है, वहां न जाने कितने मजदूर मरते हैं। मोदी जी के मेक इन इंडिया में किसान, मजदूर की कोई जगह नहीं है। ये मेक इन इंडिया नहीं है ये मोदी जी का टेक इन इंडिया है। हमारी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई।