यूपी में मंहगा हुआ सिगरेट गुटखा:कार-बाइक पर भी बढ़ा टैक्स

pan masala
लखनऊ। यूपी में तंबाकू से बनी चीजों पर वैट बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। इससे अब सिगरेट, गुटखा और सिगार महंगा मिलेगा। बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की एक बैठक में इन पर वैट 25 फीसदी से बढ़ाकर 40 फीसदी करने का फैसला लिया गया। इसके अलावा महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर ऑटो और बसों में व्हीकिल ट्रैकिंग सिस्टम जीपीआरएस लागू किया जाएगा। साथ ही बसों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे।
कैबिनेट की बैठक में यूपी में खुली सिगरेट की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाने का फैसला हुआ। इसके तहत अब सिगरेट का पूरा पैकेट खरीदना होगा। खुली एक-दो सिगरेट बेचने पर दंड का प्रावधान होगा। इस सम्बंध में कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि गरीब-मजदूर भी सिगरेट पीने लगे हैं। इससे उनके स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ रहा था। इसीलिए सिगरेट को महंगा करने का फैसला कैबिनेट को लेना पड़ा। यूपी में अभी सिगरेट व सिगार पर 25 फीसदी और गुटखा पर 30 फीसदी वैट टैक्स वसूला जाता है। कैबिनेट की बैठक में वाहनों पर वन टाइम रजिस्ट्रेशन टैक्स बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत 40 हजार रुपये से अधिक की बाइक और एक लाख रुपये से ज्यादा की कीमत वाली कार पर वन टाइम रजिस्टे्रशन टैक्स बढ़ाया गया है। कार पर वन टाइम रजिस्टे्रशन टैक्स 7.8 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया गया है। कैबिनेट में लिये गए एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले के तहत सीजनल अमीनों को नियमित करने पर मुहर लगी है। यूपी में अभी करीब तीन हजार सीजनल अमीन कार्यरत हैं। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए पांच सौ एम्बुलेंस खरीदने के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव पर भी मुहर लगा दी गई है। इसके अलावा यूपी के नक्सल प्रभावित जिलों और क्षेत्रों में नक्सलियों के लिए आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति को लागू करने को मंजूरी दे दी गई है।
दरअसल, वित्तीय संकट से जूझ रही राज्य सरकार खजाने को भरने के लिए उन वस्तुओं पर टैक्स बढ़ाना चाहती थी जिससे उसकी कमाई में तो इजाफा हो लेकिन महंगाई की मार झेल रहा आम आदमी सीधे तौर पर प्रभावित न हो। सरकार का मानना है कि इन पर और टैक्स बढ़ाने से न केवल उसके राजस्व आय में इजाफा होगा बल्कि दाम बढऩे से लोग इसका कम उपयोग करेंगे। ऐसे में इनके इस्तेमाल से होने वाले गंभीर रोगों में भी कमी आएगी। गुटखा (तंबाकूयुक्त पान मसाला) से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के बढऩे के मद्देनजर राज्य सरकार ने इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा रखा है। सपा सरकार बनने के बाद पहली सितंबर 2012 से पान मसाला आदि पर टैक्स को 13.50 फीसद से बढ़ाकर 30 फीसद लागू किया गया था।