लखनऊ। पहले चेतावनी, अनसुनी करने पर जुर्माना और फिर भी न माने तो परिवहन निगम की नौकरी से हरहाल में हाथ धोना ही पड़ेगा। बीते दिनों कानपुर-दिल्ली हाईवे में लगातार एक ह ते के अंदर दुर्घटनाग्रस्त हुई लग्जरी वॉल्वो बसों के बाद परिहवन निगम अब यात्री सुरक्षा के पहलू को लेकर थोड़ा हरकत में आ गया है। आलम यह है कि अब रोडवेज प्रबंधन ने वॉल्वो बसों के साथ-साथ अपनी सभी श्रेणियों के बस सफर को यात्रियों के बीच सुरक्षित व संरक्षित बनाने के लिए कमर कसनी शुरू कर दी है। ऐसे में लखनऊ रीजन की बात करें तो यहां के चारबाग टर्मिनस बस स्टेशन से लेकर कैसरबाग व आलमबाग डिपो में इस समय रोजाना चालकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वहां पर मौजूद विशेषज्ञ सभी श्रेणियों के बस चालकों को इस तरीके से प्रशिक्षित करने में लगे हुए हैं कि बस की स्टीयरिंग हाथ में होने पर कहां पर तेज गति को किसी तरह से अचानक नियंत्रित करना है, हार्श ब्रेक का इस्तेमाल कहां पर और कब करना है और साथ ही बस संचालन से जुड़े टाइम मैनेजमेंट सेक्शन के लिए भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस बाबत लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने जानकारी दी कि रीजन के सभी डिपो में चालकों को हर दिन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अन्तर्गत विशेषकर आलमबाग व चारबाग डिपो की गाडिय़ों के ड्राइवरों को विशेषज्ञों द्वारा टे्रनिंग दी जा रही है। इस मामले में सुरक्षा व संरक्षा के नजरिए से अवध डिपो के बस संचालन का ग्राफ अन्य दोनो डिपो से काफी बेहतर बताया जा रहा है। वहीं चालक भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। क्षेत्रीय प्रबंधन ने यह भी बताया कि इस प्रशिक्षण के बाद भी यदि किसी प्रकरण में बस चालक की लापरवाही सामने आती है तो घटनाक्रम के तहत पहले तो उसे चेतावनी दी जाएगी, नहीं माना तो फाइन लगाया जाएगा और अंत में संचालन नियम-विनियम को नजरअंदाज करने पर निगम की नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।