जांच आयोग ने माना सपा और भाजपा दंगे भड़काने के दोषी

mujafarnar
लखनऊ। समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी भले दावे करती हो कि वह अमन पसंद पार्टी और दंगे- फसाद में विश्वास नहीं करती मगर जांच में असलियत कुछ और ही निकली है। कमोवेश यही हाल भाजपा का भी है। दोनों पार्टियों को दंगे भड़काने के लिए जिम्मेदार माना गया है। आपको बता दें कि यह खुलासा जांच आयोग की रिपोर्ट में हुआ है।
सितम्बर 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए दंगों को भड़काने के लिए जांच आयोग ने समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय उम्मीदवारों को दोषी माना है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस विष्णु सहाय को जांच आयोग का मुखिया बनाया गया था। इन दंगों में 60 से भी ज्यादा लोग मारे गए थे और लगभग 50,000 लोग बेघर हो गए थे। सहाय आयोग ने 775 पेज की अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चूकों और लापरवाहियों के कारण दंगे की स्थिति बनी और हिंसा हुई। आयोग ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक को रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में क्या लिखा है, इसका ब्योरा सार्वजनिक तो नहीं किया गया है, पर सूत्रों के अनुसार आयोग ने समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के राजनेताओं को दंगे की आग भड़काने का दोषी माना है। आयोग का मानना है कि दोनों दलों के नेताओं के कारण ना केवल मुजफ्फरनगर, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 5 जिलों में हिंसा भड़क उठी थी। आयोग ने जनता और राजनैतिक पार्टियों के 377 गवाहों का बयान दर्ज किए हैं। इसके 100 सरकारी अधिकारियों के भी बयान दर्ज किए गए हैं।