चुनावी युद्ध : जमीन से लेकर आसमान तक हो रहे हैं वार

bihar electionअपूर्व तिवारी। पटना। बिहार में चुनावी युद्ध धीरे-धीरे परवान चढ़ रहा है। युद्ध में कूदे महारथी अपने आधुनिक हथियारों के जरिये एक दूसरे को पटकनी देने में लगे हैं। विधानसभा चुनाव में विरोधियों को पटकनी देने के लिए महागठबंधन ने कमर कस ली है। महागठबंधन के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद सोमवार से प्रचार शुरू करेंगे। कांग्रेस के नेताओं ने भी चुनाव प्रचार की रणनीति बना ली है।
एनडीए की तरह ही महागठबंधन के तीनों दलों के प्रमुख नेता पटना से हेलीकॉप्टर से चुनाव प्रचार करने जाएंगे। कुल 38 दिनों तक चलने वाले प्रचार में अधिक से अधिक चुनावी सभा हो सके, इसके लिए महागठबंधन के नेता अलग-अलग क्षेत्र में चुनाव प्रचार करेंगे। रणनीति के तहत लालू प्रसाद व नीतीश कुमार सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में अनिवार्य रूप से चुनाव प्रचार करेंगे। इन दोनों के साथ राजद, जदयू व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी होंगे। सोनिया गांधी व राहुल गांधी के अतिरिक्त कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ भी लालू प्रसाद व नीतीश कुमार की कुछ चुनावी सभाएं होंगी। कुछेक विधानसभा क्षेत्रों में महागठबंधन के तीनों दलों के आला नेता संयुक्त रूप से भी चुनाव प्रचार करेंगे। चार चरण के चुनाव प्रचार तक मुख्यमंत्री पटना से संबंधित सभा स्थलों तक जाएंगे। अंतिम चरण में संभव है कि मुख्यमंत्री कुछेक इलाकों में रात्रि विश्राम भी करें।
जदयू की रणनीति: हर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की ओर से 40-40 साइकिल क्षेत्र में भ्रमण करेगी। पार्टी का दो-दो स्वाभिमान रथ चरणवार तरीके से हर विधानसभा क्षेत्र में जाएगा। जदयू अभियान समिति की 101 टीम रोज 10-10 गांवों में नुक्कड़ सभा कर रही है। प्रभारी सह पूर्व विधायक सतीश कुमार की मानें तो 30 दिन में यह टीम 32 हजार से अधिक गांवों में नुक्कड़ सभा करेगी। चुनाव प्रचार के बीच डीएनए सैंपल भी लेना जारी रहेगा। विरोधियों को उसी की भाषा में जवाब देने के लिए सोशल साइट्स का भी सहारा लिया जाएगा। मोबाइल पर अपील भरे संदेश भेजे जाएंगे। फेसबुक व ट्विटर पर संपर्क किया जा रहा है।
राजद की रणनीति: अपने पूरे परिवार के साथ लालू प्रसाद के अलावा डॉ. रघुवंश प्रसाद जगदानंद सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी जैसे नेता पार्टी के स्टार प्रचारक हैं। जंगलराज कहने वालों को करारा जवाब देने के लिए पंफलेट व बैनर का इस्तेमाल किया जा रहा है। युवाओं को अपनी पार्टी से जोडऩे के लिए तेजस्वी यादव के नेतृत्व में युवाओं की टीम फेसबुक, ट्विटर पर भी सक्रिय है।
कांग्रेस की रणनीति: स्मार्ट फोन, इंटरनेट, कंप्यूटर, लैपटाप कांग्रेस के चुनाव प्रचार और कार्यकर्ताओं तक पहुंच का प्रमुख साधन है। क्षेत्र में लोगों के नजर में आने के लिए झंडा, बैनर, पोस्टर, स्टिकर मंगवाया जा चुका है। सदाकत आश्रम स्थित कांग्रेस मुख्यालय में बनाए गए वार रूम से पूरे प्रदेश की चुनावी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। जिलों में आईटी टीम बनाई गई है।