लखनऊ। असुद्दीन ओवैसी यूपी में अपनी पार्टी का दमखम आंकने के लिए पंचायत चुनाव से इसकी शुरूआत करेंगे। पार्टी ने इसके लिए कई जिलों में कैंडीडेट भी तैयार कर लिये हैं और अब उनके नामांकन की तैयारी की जा रही है। मालूम होकि ओवैसी को सपा सरकार का विरोधी माना जाता है और कई बार खुले रूप से वह सरकार की आलोचना भी कर चुके हैं जिसके चलते ही उनको यूपी में सभा करने की इजाजत भी नहीं मिल रही है। ऐसे में अब यह देखना है कि ओवैसी को पंचायत चुनाव में क्या नफा नुकसान होता है जिसके बाद पार्टी का भविष्य विधानसभा चुनाव के लिए तय होगा। जानकारी के अनुसार आल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलेमीन यूपी के दो दर्जन जिलों में जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशी उतारेगी। ओवैसी की पार्टी हालांकि सिर्फ उन्हीं सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी जहां उन्हें जीतने की उम्मीद होगी लेकिन इस तरह से यूपी के दो दर्जन जिलों में उनकी मौजूदगी का अहसास राजनीतिक दलों को हो जायेगा। असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों देश भर में अपनी पार्टी का विस्तार करने में लगे हैं। महाराष्ट्र चुनाव में अपनी मौजूदगी का अहसास कराने के बाद उनके हौसले बुलंद हैं। बिहार के सीमांचल में मुस्लिम सवालों के साथ वह चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में यूपी में आना उन्होंने पूरी तरह से तय कर लिया है। आल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलेमीन के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने बताया कि लखनऊ, फैजाबाद, सुल्तानपुर, गोंडा, आजमगढ़, खलीलाबाद, बस्ती समेत पश्चिमी यूपी के दो दर्जन जिलों में पार्टी पंचायत चुनाव लड़ेगी।