महिला आइपीएस ने पुलिस कमिश्नर पर लगाया प्रताडऩा का आरोप

ips bharti arora

नई दिल्ली। ट्रैफिक जॉइंट कमिश्नर भारती अरोड़ा ने डीजीपी को चि_ी लिखकर कमिश्नर नवदीप सिंह विर्क पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। जॉइंट कमिश्नर ने दावा किया है कि दुष्कर्म के एक मामले में डीजीपी ऑफिस की ओर से उन्हें दी गई जांच को लेकर कमिश्नर उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त कर रहे हैं और निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बना रहे हैं। भारती अरोड़ा ने डीजीपी से इस मामले में तत्काल दखल देने की मांग की है।
उधर, कमिश्नर नवदीप सिंह विर्क ने कहा कि उन्हें इस तरह की किसी भी शिकायत के बारे में जानकारी नहीं है। उनके मुताबिक आरोपी को उनकी तैनाती से काफी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। विर्क का दावा है कि रेप पीडि़त महिला ने भारती के खिलाफ बदसलूकी की शिकायत की है और आरोप लगाया है कि वे आरोपी अजय भारद्वाज और उसके परिवार की मदद कर रही हैं, क्योंकि भारती अजय की बहन चचंल भारद्वाज को व्यक्तिगत रूप से जानती हैं। जांच के बाद भारती के खिलाफ इन आरोपों को सही पाया गया इसलिए इस मामले में डीजीपी को कार्रवाई के लिये स्पेशल रिपोर्ट भेजी गई है। विवाद जुलाई में उस समय शुरू हुआ जब एक महिला की शिकायत पर अजय भारद्वाज के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म मामले की जांच भारती को सौंपी गई। भारती ने दावा किया कि अजय पर एफआईआर में लगाए गए आरोप सही नहीं पाए गए तो विर्क ने उस पर एक-दो चार्ज लगाने का दबाव बनाया। उन्होंने जब ऐसे गैर-कानूनी आदेश मानने से इनकार कर दिया और सच को सामने लेकर आईं तो उन्हें प्रताडि़त किया जाने लगा। भारती ने आरोप लगाए कि कमिश्नर ने उन्हें धमकी भी दी। उन्होंने डीजीपी से पुलिस कमिश्नर कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमेरे की फुटेज देखने और मामले की जांच डीजीपी या एडीजीपी स्तर के अधिकारी से कराने की मांग की है।