लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वाराणसी, मथुरा-वृन्दावन और कानपुर विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्षों सर्वज्ञ राम मिश्र (उपाध्यक्ष वीडीए), नागेन्द्र प्रताप (उपाध्यक्ष एमवीडीए) तथा श्रीमती जयश्री भोज (उपाध्यक्ष केडीए) को सरकार की मंशा के अनुरूप विकास कार्यों में रुचि न दिखाने के कारण तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा इन तीनों विकास प्राधिकरणों द्वारा कराए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की गयी। उन्होंने इन विकास प्राधिकरणों के अन्तर्गत कराए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों की धीमी प्रगति पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जनहित में समाजवादी आवास योजना जैसी कई विकास योजनाएं लागू की हैं, जिन्हें समयबद्ध ढंग से गुणवत्ता के साथ पूरा करने की जिम्मेदारी सम्बन्धित प्राधिकरणों/एजेन्सियों की है। श्री यादव ने कहा कि सरकार द्वारा बनायी गयी विभिन्न विकास योजनाओं को यदि समय से पूरा नहीं किया जाएगा तो इसका लाभ जनता को मिलने में देर होगी। अत: विकास कार्यों को समय से पूरा कर उसका लाभ जनता को देने की जिम्मेदारी सम्बन्धित प्राधिकरणों/एजेन्सियों की है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों में लगी सभी प्राधिकरणों/एजेन्सियों को अपनी-अपनी योजनाओं को समयबद्ध ढंग से गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। इन प्राधिकरणों/एजेन्सियों द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों की वृहद स्तर पर शीघ्र ही समीक्षा की जाएगी।