नमो सरकार और डाक टिकटों की राजनीति

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नई दिल्ली। केन्द्र की नमो सरकार अब कांग्रेस को चिढ़ाने में लग गयी है। इंदिरा गांधी और भारत रत्न पूर्व पीएम राजीव गांधी को डाक टिकटों से हटाने के बाद समाजवादियों, साधु-संतों पर सरकार डाक टिकट जारी कर रही है। नये-नये लोगों पर डाक टिकट जारी करने का सिलसिला यहीं नहीं रुक रहा है बल्कि एक टीम लगाकर ऐसे साधु संतों और तमाम नेताओं की लिस्ट बन रही है जोकि कांग्रेस के धुर विरोधी रहे हैं। सरकार की नजर में ये महापुरुष हैं और उनके ऊपर डाक टिकट जारी कर सम्मानित किया जायेगा। सरकार की इस डाक टिकट प्रकरण पर चर्चाओं का बाजार गर्म है और लोगों का कहना है केन्द्र सरकार अब इसपर राजनीति कर रही है। इसी कड़ी में दिवंगत महंत अवैद्यनाथ की याद में सरकार जल्दी ही डाक टिकट जारी करेगी। पूर्व भाजपा विधायक ने अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अवैद्यनाथ की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर यह टिकट जारी किया जायेगा। वह गोरखपुर से वर्तमान भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ के गुरू और पिता हैं। अवैद्यनाथ का निधन 95 वर्ष की उम्र में पिछले वर्ष सितंबर में हुआ था। अवैद्यनाथ गोरखपुर सीट से चार बार चुनकर लोकसभा पहुंचे। वह गोरखनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी भी रहे। गोरखपुर से भाजपा सांसद और महंत अवैद्यनाथ के पुत्र योगी आदित्यनाथ ने बताया कि महंत अवैद्यनाथ की याद में एक संस्मरणीय डाक टिकट केन्द्रीय संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद द्वारा एक अक्तूबर को गोरखपुर मठ में जारी किया जाएगा। हालांकि सरकारी सूत्रों ने कहा कि अवैद्यनाथ पर जारी होने वाला डाक टिकट सिर्फ संस्मरणीय है और व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए नहीं है इसलिए इसे लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए।