यूपी में बनेगा चावल अनुसंधान का साउथ एशियन हब

cm30sepलखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से अन्तर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, फिलीपीन्स के उप महानिदेशक मैथ्यु मोरल ने भेंट की। मुलाकात के दौरान प्रदेश के किसानों के लिए धान की उन्नत किस्में विकसित करने पर विचार-विमर्श किया गया। भेंट के दौरान यह निर्णय हुआ कि प्रदेश में अन्तर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान का साउथ एशियन हब स्थापित किया जाएगा। यह भी फैसला लिया गया कि इस मामले में आवश्यक कार्यवाही मुख्य सचिव के नेतृत्व में करवाई जाएगी। इसके लिए एक संयुक्त दल का गठन कर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने श्री मोरल को आश्वस्त किया कि राज्य में संस्थान का साउथ एशियन हब स्थापित करने के लिए प्रदेश सरकार हर सम्भव सहायता करेगी।
मुलाकात के दौरान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का समुचित लाभ लघु एवं सीमान्त किसानों तक सफलतापूर्वक पहुंचाने के लिए प्रचार-प्रसार की उन्नत तकनीक पर भी चर्चा हुई। राज्य में पैदा होने वाले धान की अच्छी किस्मों के निर्यात की सम्भावना तलाशने पर भी बात हुई, ताकि किसानों को उनकी उपज का समुचित मूल्य दिलाया जा सके। मुख्यमंत्री को संस्थान के शोध कार्यों की जानकारी देते हुए श्री मोरल ने बताया कि बाढ़ अवरोधी प्रजाति स्वर्णा सब-1 तथा सूखा अवरोधी प्रजाति सहभागी धान को प्रदेश के किसानों ने बहुत तेजी से अपनाया है। इस वर्ष खरीफ के दौरान कृषि विभाग के साथ मिलकर संस्थान द्वारा पूर्वी उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों में नई विकसित प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया, जिनमें चिरांग सब-1 प्रजाति प्रमुखता से शामिल है। यह कम अवधि में तैयार होने वाली धान की बाढ़ अवरोधी प्रजाति है। श्री मोरल ने मुख्यमंत्री को फिलीपीन्स स्थित अन्तर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान का भ्रमण करने का निमंत्रण भी दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है।